दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद शहर में पुलिस का एक शर्मनाक चेहरा देखने को मिला. जहां चाकू के वार से घायल एक लहूलुहान बच्चा जब अपनी मां के साथ शिकायत करने थाने पहुंचा, तो वहां बैठे पुलिसकर्मियों ने उन्हें नजरंदाज कर दिया. करीब डेढ़ घंटे तक मां-बेटे थाने में इंसाफ की गुहार लगाते रहे लेकिन पुलिस वाले टस से मस नहीं हुए. बाद में किसी के वीडियो बनाने पर पुलिसवालों ने मां-बेटे को अस्पताल जाने के लिए कहकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली.
घटना विजयनगर थाना इलाके की है. बीते दिन पीड़ित बच्चा अपने घर के पास फोन पर बात कर रहा था. तभी उसके पडोस में रहने वाला एक युवक आया और उससे मोबाइल मांगने लगा. बच्चे ने जब उसे मोबाइल देने के लिए मना कर दिया तो आरोपी युवक गुस्से से भर गया और उसने चाकू से बच्चे के चेहरे और गर्दन पर हमला कर दिया.
हमले की वजह से बच्चे के चेहरे और गर्दन से खून बहने लगा. वह किसी तरह से अपने घर पहुंचा और अपनी मां को आपबीती सुनाई. बात सुनते ही पीड़ित की मां उसे लेकर विजयनगर थाने पहुंची. पीड़ित और उसकी मां ने पुलिसवालों से न्याय की गुहार लगाई. मगर उनकी बात सुनना तो दूर पुलिसवालों ने खून से लथपथ बच्चे को फर्स्टऐड तक के लिए नहीं बोला.
डेढ़ घंटे तक घायल बच्चा इसी हालत में अपनी मां के साथ थाने में सुनवाई का इंतजार करता रहा. जब एक शख्स ने इस मामले को देखा तो उसने वहां वीडियो बनानी शुरू कर दी. वीडियो बनता देख पुलिसवाले मां-बेटे को थाने से बाहर ले गए और उन्हें ऑटो में बैठाकर अस्पताल जाने के लिए बोल दिया.
पुलिस का ऐसा रवैया देखने के बाद पीड़ित की मां का भरोसा तो कानून से बिल्कुल उठ गया. वह वर्दी का यह रूप देखकर बहुत निराश है. सीएम योगी ने पुलिस व्यवस्था सुधारने का वादा तो किया था, लेकिन उसके बावजूद यूपी पुलिस का यह शर्मनाक चेहरा देखकर उस वादे की हकीकत सामने आ गई है.