उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का क्या हाल है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यहां पर पुलिसवाले भी सुरक्षित नहीं हैं. बुलंदशहर में हुई यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर की हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि गाजियाबाद के थाना ट्रॉनिका सिटी में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पर एक आरोपी के रिश्तेदार पुलिसकर्मियों को पीटकर आरोपी को जेल से भगा ले गए.
यह है पूरा मामला
यह मामला एक लड़की को छेड़ने से शुरू हुआ. पूरा मामला थाना ट्रॉनिका सिटी के तहत आता है. यहां पर कुछ असामाजिक तत्व द्वारा खुले में लोगों को शराब बेचने व पिलाने का आरोप है. इलाके के लोगों की मानें तो यूपी पुलिस को इस शराब के अवैध अड्डे का पता है. लेकिन यूपी पुलिस कोई भी कार्रवाई नहीं करती.
बुधवार देर शाम जब एक लड़की बाजार से कुछ सामान लेकर अपने घर जा रही थी, तभी नशे में धुत राहुल नाम का युवक ने उनका पीछा किया. लड़की घर पहुंची तो उसने शोर मचाकर अपने परिजनों को बुलाया. शोर सुनकर आसपास के पड़ोस वाले भी एकत्र हो गए, तभी 100 नंबर पर फोन कर सारा मामला पुलिस को बताया गया.
ट्रॉनिका सिटी थाना की पुलिस ने राहुल को पूछताछ के लिए थाने ले गई. यह मामला सुनकर राहुल के परिजन ट्रॉनिका सिटी थाना पहुंचे और वहां पहुंचकर हंगामा करने लगे.
पुलिस के मुताबिक उस समय थाने में दो महिला कॉन्स्टेबल और एक कॉन्स्टेबल मौजूद था. इस दौरान राहुल के परिजनों ने हंगामा करके एक वायरलेस सेट भी तोड़ दिया. साथ ही वहां मौजूद कॉन्स्टेबल से मार-पिटाई कर राहुल को अपनी कार में भगा ले गए.
राहुल के भागते ही पुलिसकर्मियों ने वायरस पर मैसेज कर दिया, जिसके बाद तुरंत कार को बैरिकेड लगाकर रोका गया. लेकिन जब तक पुलिसकर्मी उनको पकड़ते तब तक राहुल व उसके दोस्त कार से भागने में सफल रहे.
इस पूरे मामले में गाजियाबाद के एसएसपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि दो पक्षों में ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र में झगड़ा हुआ था, जिसके बाद दोनों ही पक्षों को थाने लाया गया था. लेकिन एक पक्ष के लोग अपने साथी को छुड़ाकर भाग गए थे. इस पूरे मामले में ट्रॉनिका सिटी पुलिस ने 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. फिलहाल पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और 6 की तलाश जारी है.