यूपी में योगी सरकार महिला सुरक्षा के लाख दावे करती रहे, लेकिन स्थिति ढाक के तीन पात जैसी है. सूबे के अन्य इलाकों का तो छोड़िए, सरकार की नाक के नीचे राजधानी लखनऊ में गैंगरेप की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया है. यदि पुलिस समय रहते एक्शन में आती, तो शायद अबला की आबरू बच सकती थी. फिलहाल मामले की जांच हो रही है.
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के मोहनलालगंज इलाके में कार सवार युवकों ने ग्रेजुएशन की छात्रा का अपहरण कर लिया. इसके बाद उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है. आरोप है कि दरिंदों में एक युवती को जानता था. उसने फोन करके उसे अपने पास बुलाया. युवती बताई जगह पहुंची, तो मुंह पर कपड़ा बांधकर बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया.
पीड़िता के मुताबिक, उसको जब होश आया तो वह एक कमरे में बंद पड़ी थी. उसके साथ उन बदमाशों ने बारी-बारी से गैंगरेप किया. उसने जब विरोध किया, तो दरिंदों ने उसकी बुरी तरह से पिटाई भी कर दी. इसके बाद आरोपियों ने उसे कुछ पैसे देकर बस से वापस भेज दिया. पीड़िता किसी तरह अपने घर पहुंची. डरी-सहमी उसने परिजनों को आपबीती सुनाई.
परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे. पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करके इस मामले की जांच शुरू कर दी है. पीड़िता का मेडिकल जांच कराया जा रहा है. पीड़िता के परिजनों के मुताबिक, उन लोगों ने बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की वरना आज उसकी इज्जत बच जाती.