उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में युवती से गैंगरेप किए जाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है. युवती इटावा स्थित रिश्तेदार के घर से औरैया अपने घर आ रही थी. उसी वक्त जालौन चौराहे पर जान पहचान के युवक ने घर छोड़ने की बात कह कर गाड़ी में बैठा लिया. उसे सुनसान इलाके में ले जाकर 3 साथियों के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया.
पीड़ित युवती की शिकायत पर औरैया कोतवाली पुलिस ने चार युवकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 के तहत केस दर्ज कर लिया है. पीड़िता को मेडिकल के लिए भेजा गया है. पुलिस ने चारों आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं. सीओ सिटी वंदना सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, औरैया सदर कोतवाली की रहनी वाली युवती उस वक्त घटना की शिकार हो गई, जब वह इटावा से अपने रिश्तेदारों के यहां से अपने घर लौट रही थी. औरैया हाइवे पर बस से उतरने के बाद जालौन चौराहे पर एक कार में सवार युवकों ने उसे घर छोड़ने की बात कह कर गाड़ी में बैठा लिया. युवती एक युवक चेतन यादव को पहले से जानती थी.
पीड़िता के मुताबिक, कार में बैठाने के बाद युवक उसे सुनसान इलाके में ले गए और गैंगरेप की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए. किसी तरह युवती औरैया कोतवाली पहुंची. इस घटना के संबंध में शिकायती पत्र दिया. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चार आरोपी युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. पुलिस पूरे मामले की जांच में लगी हुई है.
बताते चलें कि यूपी में लगातार हो रहे एनकाउंटर के बीच इस साल के शुरूआती डेढ महीने में फिरौती, अपहरण, झपटमारी और डकैती के मामलों में कमी आयी है, लेकिन रेप, हत्या, लूट और आगजनी के मामलों में बढोत्तरी हुई है. एक जनवरी 2018 से 15 फरवरी तक की अवधि में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में हत्या के 446, लूट के 447, आगजनी के 11, फिरौती के लिए अपहरण के चार, छीना झपटी के 14, डकैती के 22 और रेप के 397 मामले दर्ज हुए हैं.
यूपी विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य दीपक सिंह द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पिछले साल एक जनवरी से 15 फरवरी 2017 के सापेक्ष एक जनवरी से 15 फरवरी 2018 तक की अवधि में फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 20 प्रतिशत, छीना झपटी के मामलों में 48 प्रतिशत से अधिक, डकैती के मामलों में 8.33 प्रतिशत तक की कमी आयी है. जबकि पिछले एक साल में 3000 बदमाश गिरफ्तार हुए हैं.
वहीं, हत्या के मामलों में 2.53 प्रतिशत, लूट के मामलों में 20.49 प्रतिशत, आगजनी के मामलों में 120 प्रतिशत और रेप के मामलों में 11.20 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति सुदृढ है. प्रभावी कार्ययोजना के कारण ही प्रदेश में आपराधिक घटनाओं डकैती, हत्या और फिरौती के लिए अपहरण आदि में कमी आयी है. उनका कहना था कि डकैती और हत्या के मामलों में कमी आई है.
उनके मुताबिक, सूबे में पिछले साल की तुलना में डकैती में 5.70 प्रतिशत, हत्या के मामलों में 7.5 प्रतिशत, फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 13.21 प्रतिशत की कमी आई है. लूट, डकैती और अपहरण के अपराधों में विगत 10 वर्षो में प्रकाश में आये अभियुक्तों की वर्तमान गतिविधियों की गहनता से जानकारी कर सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है. सीसीटीवी कैमरे, गश्त, चेकिंग और पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है.