मध्य प्रदेश के धार जिले में चार वर्षीय मासूम बच्ची के साथ रेप और उसके बाद हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यह वारदात जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर एक कस्बे में हुई है. मृतका के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि आरोपी बीती शाम अपने ही मोहल्ले की बालिका को बहला फुसलाकर सुनसान जगह ले गया. वहां उसके साथ रेप किया. वारदात के बाद उसने साक्ष्य मिटाने के लिए पत्थर से मासूम बच्ची का सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद वह वहां से जाकर अपने घर सो गया. बालिका अपने घर से लापता थी.
परिजनों की शिकायत के बाद तलाश करने पर पहुंची पुलिस ने बच्ची की लाश उसके घर से करीब 500 मीटर दूर सुनसान इलाके में बरामद कर लिया. उसके सिर को पत्थर से कुचला गया था. कुछ ही दूरी पर उसकी जींस पैंट मिली. पुलिस ने बताया वहां के हालात देखकर ऐसा लगता है कि बालिका से बलात्कार के बाद उसकी हत्या की गई है.
पुलिस ने बताया कि पीड़िता के परिजनों की तहरीर के आधार पर एक युवक को पकड़कर उससे पूछताछ की गई. इसमें उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. मासूम बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. विस्तृत जांच की जा रही है.
छह महीने के भीतर होनी चाहिए फांसी
उधर, दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने 16 दिसंबर सामूहिक बलात्कार मामले में दोषियों को सजा देने में हुई देरी पर दुख जताते हुए आज दावा किया कि लंबी चलने वाली कानूनी प्रक्रिया से अपराधियों को लगता है कि वह इस तरह के बर्बर अपराधों के बाद सजा से बच जाएंगे. इसलिए सरकार को सख्त से सख्त कानून बनाना चाहिेए.
प्रधानमंत्री से सख्त कानून लाने की मांग
उन्होंने प्रधानमंत्री से ऐसा कानून लाने को कहा जिससे सुनिश्चित हो कि नाबालिगों के साथ बलात्कार के दोषियों को छह महीने के भीतर मौत की सजा हो जाए. पैरामेडिकल छात्रा निर्भया के साथ 16 दिसंबर, 2012 की रात को दक्षिण दिल्ली में एक चलती बस में सामूहिक बलात्कार किया गया था. वह अपने दोस्त के साथ फिल्म देखकर लौट रही थी.