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स्कूल से लेट लौटने पर परिजनों ने डांटा तो छात्रा ने की खुदकुशी

परिजनों ने कहा कि स्कूली छात्राओं और महिलाओं के खिलाफ अपराध की लगातार घट रही घटनाओं के चलते उन्हें भी अपनी बच्ची की चिंता लगी रहती थी. इसी आशंका के चलते माता-पिता उसे समय पर घर लौटने की हिदायत देते रहते थे.

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परिजनों ने डांटा तो छात्रा ने कर ली खुदकुशी
परिजनों ने डांटा तो छात्रा ने कर ली खुदकुशी

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छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक छात्रा ने महज इसलिए फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली, क्योंकि परिजनों ने उसे स्कूल से लौटने में हुई देरी के लिए डांट दिया था. परिजनों ने ही पुलिस को घटना की सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने पंखे से लटकी छात्रा की लाश को उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने बताया कि छात्रा के कमरे या लाश के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.

परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनकी बच्ची एमजीएम स्कूल में 10वीं में पढ़ती थी. घटना के दिन वह स्कूल से देर से लौटी थी. देर से लौटने पर पिता ने उसे फटकार लगा दी. मां ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए उससे बातचीत नहीं की.

परिजनों ने कहा कि स्कूली छात्राओं और महिलाओं के खिलाफ अपराध की लगातार घट रही घटनाओं के चलते उन्हें भी अपनी बच्ची की चिंता लगी रहती थी. इसी आशंका के चलते माता-पिता उसे समय पर घर लौटने की हिदायत देते रहते थे.

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घटना वाले दिन जब पिता ने अपनी बेटी से देरी की वजह पूछी तो वह कोई ठोस कारण नहीं बता सकी. इस पर पिता ने उसे जमकर डांट पिलाई. लेकिन उन्हें इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि वह इतनी सी डांट को दिल से लगा लेगी. पिता ने बताया कि डांट फटकार सुनकर उनकी बेटी सीधे अपने कमरे में चले गई. घर में मौजूद सदस्यों को जरा भी अंदेशा नहीं था कि वह कोई आत्मघाती कदम उठाएगी. परिजन सोच रहे थे कि उनकी बेटी पढ़ाई लिखाई में व्यस्त होगी.

मृत छात्रा के पिता रोते हुए कहते हैं कि उन्होंने तो शहरो में हो रहे अपराधों के मद्देनजर अपनी बेटी को समय पर घर लौटने की हिदायत दी थी, बस उनका लहजा जरूर कड़ा था. आखिर उन्होंने बेटी की हिफाजत को लेकर ही तो उसे फटकार लगाई थी.

वहीं छात्रा की मां ने बताया कि उनकी बेटी पढ़ने लिखने में होशियार थी. शांत स्वभाव के चलते घर में सभी उसका खूब ध्यान रखते थे. लेकिन मामूली डांट डपट से वो इतनी नाराज हो जाएगी, ऐसा उन्होंने सपने में नहीं सोचा था.

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