गोरखपुर के बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में हुए ऑक्सीजन कांड मामले में नौवें आरोपी पुष्पा सेल्स के मालिक मनीष भंडारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गोरखपुर में देवरिया बाइपास के पास से मनीष भंडारी को कैंट सीओ ने रविवार सुबह गिरफ्तार किया. मनीष केस दर्ज होने के बाद से फरार चल रहा था.
लखनऊ निवासी मनीष भंडारी बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स का मालिक है. मनीष गोरखपुर से निकल कर बिहार जाने की फिराक में था. इस बीच पुलिस ने रविवार सुबह मुखबिर की सूचना पर देवरिया बाइपास के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ की जा रही है.
एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि इस प्रकरण का नौवां आरोपी मनीष भंडारी फरार चल रहा था. मुखबिर की सूचना पर उसे गिरफ्तार किया गया. उस पर आरोप है कि बीआरडी मेडिकल कालेज को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली उसकी कंपनी पुष्पा सेल्स ने लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति के दायित्व को पूरा नहीं किया.
यह काम क्रिमिनल एक्ट की श्रेणी में आता है. तीन अगस्त को जानकारी दिए जाने के बाद भी उसने ऑक्सीजन की सप्लाई रोक दी थी. मनीष की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इससे पहले आठवें आरोपी लिपिक उदय शर्मा को रेलवे स्टेशन से कैंट थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
बीआरडी मेडिकल कालेज में 10 और 11 अगस्त की रात हुए 60 से अधिक मौत के मामले में गोरखपुर के जिलाधिकारी को जांच सौंपी गई थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद 23 अगस्त को नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था.
इसमें तत्कालीन प्राचार्य डा. राजीव मिश्र, उनकी पत्नी डा. पूर्णिमा शुक्ला, वार्ड 100 के एनएचएम के नोडल अधिकारी डा. कफील खान, लिपिक सुधीर पांडेय, एनेस्थिसिया के विभागाध्यक्ष डा. सतीश कुमार, लेखाकार संजय त्रिपाठी, गजानन जायसवाल, उदय शर्मा और मनीष भंडारी शामिल है. अब सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं.