अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि टीम अन्ना सरकार से बात करने के लिए हमेशा तैयार है लेकिन अन्ना चाहते हैं कि बैठक से पहले सरकार लिखित रूप से दे कि उनकी मंशा क्या है. उसके बाद चर्चा कर हमलोग सरकार के साथ बैठक करेंगे.
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उन्होंने यह भी कहा कि कोर कमेटी में फैसला लिया गया है कि अगर शनिवार तक समाधान नहीं निकला तो लोग दिल्ली आना शुरू करें और जबतक इस समस्या का समाधान ना निकले तब तक दिल्ली में ही जमे रहें. केजरीवाल ने बताया कि उनकी टीम अब दूसरी राजनीतिक पार्टियों से भी बातचीत शुरू कर रही है और उनकी शंकाएं दूर करने की कोशिश की जाएगी.
टीम अन्ना ने लोगों से अपील की कि शाम 5 बजे प्रधानमंत्री निवास के आगे जाकर बैठें और पीएम से निवेदन करें कि वो जनता से मिलें और बताएं कि आखिर क्यों वो जनलोकपाल को लेकर कुछ नहीं कर रहे हैं और साथ ही यह भी बताएं कि आखिर क्यों नहीं पास हो सकता जनलोकपाल बिल.
इससे पहले प्रशांत भूषण ने भी कहा कि अन्ना की टीम ने सरकार के साथ आगे वार्ता करने के लिए अपने द्वार खुले रखे हैं. एक दिन पहले बुधवार को सरकार व अन्ना के सहयोगियों के बीच हुई तीसरे दौर की वार्ता असफल रही थी. भूषण ने कहा, 'ऐसा नहीं है कि हम सरकार के साथ बातचीत करना नहीं चाहते. हम अब भी सरकार से वार्ता करेंगे.'
जब उनसे सरकार के नया लोकपाल विधेयक लाने के सम्बंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'हम उसके बाद से लम्बा रास्ता तय कर चुके हैं लेकिन सवाल यह है कि विधेयक की सामग्री क्या है.' प्रभावी जन लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर गुरुवार को 74 वर्षीय अन्ना के अनशन का दसवां दिन है. बुधवार को सरकार के साथ हुई वार्ता के बाद अन्ना सहयोगियों ने कहा था कि वे जहां थे वहीं वापस पहुंच गए हैं.