उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में बारुन मोड़ के ग्राम प्रधान देवशरण यादव की हत्या मामले में पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. यादव की सोमवार शाम 7 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद इलाके में बवाल शुरू हो गया था. हत्या की खबर से गुस्साए समर्थकों ने आरोपियों के घर हमला बोल दिया. बवाल से बचने के लिए करीब पौने दो घंटे तक रायबरेली मार्ग को सील कर दिया गया.
इस दौरान पोस्टमॉर्टम के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच डीएम व एसएसपी जिला अस्पताल से शव लेकर गांव पहुंचे. शव गांव पहुंचते ही भारी संख्या में समर्थक भी पहुंच गए और भूमि विवाद निपटाने के बाद ही अंतिम संस्कार की मांग पर अड़ गए.
अधिकारियों की मान-मनौव्वल के बाद भी घरवाले व समर्थक नहीं माने. थक हारकर देर रात प्रशासन ने विवादित भूमि पर रास्ता बनवाना शुरू किया. पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के घरों में गुस्साई भीड़ ने सोमवार को रात में आग लगा दी थी.
मंगलवार को घरों से धुएं के गुबार उठते दिखे थे. आक्रोश की आग में द्वारिकापुर गांव सुलगा. उनके घरों में आग लगाने के साथ कई वाहन फूंक दिए थे. सूचना पर पहुंची दमकल टीम को भी विरोध के कारण लौटना पड़ा था.
आक्रोश को देख पहुंची पुलिस भी मूकदर्शक बनी रही. नतीजा यह रहा कि पुलिस बल के सामने ही कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया. पूरी रात हंगामा चला. अयोध्या में प्रधान देवशरण यादव की हत्या के मामले में एसएसपी आशीष तिवारी ने बारुन चौकी प्रभारी राम अवतार को निलंबित कर दिया है. जबकि चौकी पर तैनात चार सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया है. वहीं पुलिस की लापरवाही को लेकर घटना के दो दिन बाद भी आक्रोश है.
मामले में मृतक प्रधान के दामाद दीपक यादव की तहरीर पर पुलिस ने अमरदीप, रमेश, ईश्वरदत्त, महेश दत्त, रमाकांत, रवि मिश्र व गगन मिश्र के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने ईश्वरदत्त व गगन को गिरफ्तार किया. जबकि अन्य की तलाश की जा रही है. वहीं, मंगलवार सुबह विरोध के बीच पुलिस किसी तरह शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंची. इस दौरान गांव में भारी भीड़ जमा हो गई. लोग शव आने का इंतजार करते रहे.
तनाव व आक्रोश को भांप पुलिस ने रायबरेली हाईवे दोपहर दो बजे से पौने चार बजे तक पूरी तरह सील कर दिया. किसी भी वाहन को आने-जाने की इजाजत नहीं थी. अयोध्या के डीएम अनुज कुमार झा व एसएसपी खुद भारी फोर्स के साथ पोस्टमॉर्टम के बाद शव लेकर घर पहुंचे. शव पहुंचते ही लोग अंतिम संस्कार से पहले आरोपियों से चल रहे भूमि विवाद को निपटाने की मांग लेकर अड़ गए. वहीं गांव में तनाव को देखते हुए कई थानों की फोर्स व पीएसी को तैनात किया गया है.