जिला गौतमबुद्धनगर के ग्रेटर नोएडा में सड़क पर दौड़ रही एक कार अचानक एक मां-बेटे के लिए चिता बन गई. हादसे के वक्त कार महिला का ससुर चला रहा था और वह अपने मासूम बच्चे के साथ पिछली सीट पर बैठी थी. तभी अचानक कार में आग लग गई. कार चालक ससुर खुद तो बच गया लेकिन महिला और बच्चे को नहीं बचा पाया.
घटना ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा थाना क्षेत्र के फलौदा रोड की है. रविवार की रात मदनपाल अपनी बहु सरोज और ढाई साल के पौते के साथ वैगनआर कार से जा रहा था. मदनपाल कार चला रहा था जबकि उसकी बहू सरोज उसके पौते को गोद में लेकर पिछली सीट पर बैठी थी.
मदन पाल ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि जब उनकी कार फलौदा रोड पर पहुंची तो अचानक मदनपाल को कार के बोनट से धुआं उठता दिखाई दिया. इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता, कार में आग लग गई. मदन अपनी तरफ का शीशा तोड़कर किसी तरह बाहर निकल आया लेकिन तब तक पूरी कार में आग फैल गई. जिसकी वजह से वह अपनी बहू सरोज और पौते को नहीं बचा सका.
मृतक महिला सरोज के परिवार वाले मदनपाल को झूठा बता रहे हैं. उनका कहना है कि सरोज के ससुराल वालों ने दहेज के लिए सरोज और उसके ढाई साल के बच्चे की हत्या कर दी है. हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए कार में दोनों लाशों को रखकर आग के हवाले कर दिया.
पुलिस ने मृतका के पिता की शिकायत पर रिपोर्ट मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस अब इस मामले की जांच कत्ल के एंगल से भी कर रही है. पुलिस के मुताबिक वारदात रविवार की रात करीब साढ़े नौ बजे वीरान इलाके में हुई.
रात को करीब 11 बजे पुलिस को घटना की जानकारी दी गई और इस बाबत सरोज के परिवार वालों को रात एक बजे फोन कर बताया गया कि कार में आग लगने से उनकी बेटी और पौते की मौत हो गई. पुलिस मृतका सरोज के परिजनों और भाईयों के आरोपों की जांच कर रही है.