ग्रेटर नोएडा में नाइजीरियाई छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने की घटना के बाद एसएसपी नोएडा धर्मेन्द्र सिंह ने नाइजीरियन दूतावास के अधिकारियों और ग्रेटर नोएडा में रहने वाले नाइजीरियन छात्रों के साथ बैठक की. एसएसपी ने उन्हें बताया कि उनकी सुरक्षा के लिए क्या प्रावधान किए गए हैं.
नाइजीरियाई छात्रों के साथ मॉल में जमकर हुई मारपीट के बाद विदेश मंत्रालय भी हरकत में आ गया. मंत्रालय ने नोएडा पुलिस प्रशासन से इस संबंध में फौरन रिपोर्ट देने के लिए कहा है. घटना के सुर्खियों में आते ही एसएसपी धर्मेंद्र सिंह ने नाइजीरियन दूतावास के अधिकारियों और नाइजीरियन छात्र एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की.
और नाइजीरियन छात्रों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी. एसएसपी ने इस संबंध में किये गये पुलिस प्रबंधों से भी इन लोगों को अवगत कराया. मीटिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक ग्रामीण भी उपस्थित रहीं.
एसएसपी धर्मेंद्र ने बताया कि 24 मार्च को मनीष लापता हुआ था. पुलिस ने फौरन कार्रवाई की. 25 मार्च को वह घर वापस आ गया था. बाद में अनजान कारणों से उसकी मौत हो गई. परिवार के आरोप के मुताबिक कार्रवाई की गई. लेकिन उनका कहना था कि नामजद लोगों को गिरफ्तार कर लिया जाए, उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है.
27 मार्च को विरोध प्रदर्शन के दौरान पास के मॉल में घूम रहे कुछ नाइजीरियन छात्रों पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया. इस मामले में कार्रवाई करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. तकरीबन 300 से 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ हमला करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है.
एसएसपी के मुताबिक पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई की है. बेहद दुखद है कि इस मामले ने नस्लीय हिंसा का रूप ले लिया है. जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी.
नोएडा में हुई इस घटना के संज्ञान में आने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक ट्वीट में कहा, 'मैंने नोएडा में अफ्रीकी छात्रों पर हमले के बारे में यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी है.' इस ट्वीट के बाद हरकत में आई नोएडा पुलिस ने नाइजीरियाई छात्रों के साथ बदसलूकी करने वालों की पहचान शुरू कर दी है.
बताते चलें कि 25 मार्च को ग्रेटर नोएडा की एक सोसायटी में रहने वाले छात्र मनीष खारी की मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि उसकी मौत ड्रग्स के ओवरडोज से हुई है. क्योंकि छात्र जब अपने घर आया, तो वह बेचैन था. उसे उल्टियां हो रही थी.
बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई थी. उसके पिता ने नाइजीरियाई मूल के उस्मान अब्दुल कादिर, मोहम्मद आमिर, सईद कबीर, अब्दुल उस्मान और सईद अबु वकार के खिलाफ थाने में हत्या का केस दर्ज कराया था.