गुजरात के एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने वलसाड में शुक्रवार को एक नक्सली को गिरफ्तार किया है. यह बिहार का रहने वाला है जिसने कई नक्सली हमलों को अंजाम दिया. गुजरात एटीएस के मुताबिक, यह नक्सली लंबे समय से देशद्रोह के मामले में वॉन्टेड था. पकड़े गए नक्सली का नाम राजेश उर्फ गोपाल प्रसाद उर्फ उत्तमी है जो एक हार्डकोर नक्सली होने के साथ बिहार का जोनल कमांडर भी है.
एटीएस के मुताबिक, राजेश AK 47 एसएलआर, इंसास रायफल, हैंडग्रेनेड जैसे ऑटोमेटिक हथियारों की मदद से पुलिस, CRPF और दूसरे सुरक्षाबलों पर हमला करता था. साथ ही माओवादी संगठन को मजबूत बनाने के लिए छोटे-बड़े व्यापारी और सरकारी ठेकेदारों से रंगदारी लेता था. इसे माओवादी संगठन बिहार-झारखंड (मगध) इलाके के स्पेशल एरिया कमेटी के इंचार्ज प्रद्युम्न शर्मा के जरिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) में जोनल कमांडर के तौर पर अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
2016 में राजेश, अनिल यादव, चंदन नेपाल और दूसरे माओवादियों ने बिहार के औरंगाबाद के जंगली इलाके में IED ब्लास्ट और ऑटोमेटिक हथियारों से हमला कर सीआरपीएफ के 10 कमांडो को मार दिया था. इसके बाद 2017 में सीआरपीएफ को जानकारी मिली थी कि गया जिले के गुरुपाना जंगली इलाके में माओवादी संगठन का एक बड़ा ग्रुप देश विरोधी प्रवृति को अंजाम देने वाला था.
इस आधार पर सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन ने माओवादियों से टक्कर ली जिसमें 4 नक्सली मारे गए थे. इस मुठभेड़ में राजेश रविदास के हाथ में गोली लगी थी लेकिन वह भागने में कामयाब हो गया था. तब से ही पुलिस उसे ढूंढ़ रही थी.
2018 में राजेश दमन आ गया. यहां उसने खुद को गोपाल प्रसाद बताकर एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर ली. इसके साथ ही वह वापी वलसाड की फैक्ट्री में मजदूरी भी करता था.गुजरात एटीएस को इसकी भनक मिल गई इसके बाद शुक्रवार को उसे पकड़ लिया गया.