गुजरात पुलिस ने राज्य में शराबबंदी के बावजूद 10 करोड़ रूपये की अवैध शराब बरामद की है. हैरानी की बात तो यह है कि पुलिस ने इस मामले में 14 हजार 823 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 27 लोगों की मौत के बाद यह बड़ी कार्रवाई की है.
महात्मा गांधी की जन्मभूमि गुजरात कहने को तो शराब के असर से कोसों दूर रही हैं, मगर माफियाओं ने चोरी-छिपे राज्य में शराब मुहैया करवाने के भी तरीके ढूंढ निकाले हैं. पुलिस की यह बड़े पैमाने पर की गई कार्रवाई इसी जहरीले गोरखधंधे का पर्दाफाश करती है. दरअसल बीते दिनों गुजरात के सूरत में जहरीली शराब पीने से 27 लोगों की मौत हो गई थी.
27 लोगों की मौत की खबर से गुजरात सरकार सकते में आ गई. आनन-फानन में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने आदेश दिया कि गुजरात में शराब के सभी अवैध ठिकानों को चिन्हित कर उन पर रोक लगाई जाए. मुख्यमंत्री के आदेश के 18 बाद गुजरात पुलिस ने जो आंकड़े पेश किए वह बेहद चौंकाने वाले थे.
दरअसल गुजरात पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है उसके मुताबिक, 9 करोड़ 96 लाख रूपये की अवैध शराब बरामद की गई है. इतना ही नहीं, पुलिस ने शराब और जुए के अवैध धंधों में लिप्त कुल 14 हजार 823 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. फिलहाल गुजरात पुलिस आगे भी शराबबंदी के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रही है. वहीं बरामद की गई शराब को नष्ट करने की कार्रवाई भी जारी है.