गुजरात पुलिस ने पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता रेवती पर हमला करने वाले नरोदा पाटिया के दोषी सुरेश छारा को अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया.
गुजरात दंगों के दोषी सुरेश छारा ने बुधवार को अहमदाबाद में रेवती पर जानलेवा हमला किया था. रेवती 2002 में नरोदा पाटिया नरसंहार मामले के दोषियों पर एक किताब लिख रही हैं. उसी पुस्तक के संबंध में वह सुरेश का साक्षात्कार करने के लिए गईं थीं.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रेवती ने बताया कि सुरेश खुद अपने अतीत के बारे में जानकारी साझा करना चाहता था. वह अपने परिवार के बारे में बता रहा था और अचानक पांच मिनट बाद वह उठ खड़ा हुआ और उसने उन्हें पीटना शुरू कर दिया.
घटना के बाद रेवती ने फौरन थाने जाकर इस मामले की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मुद्दे पर दोनों के बीच गर्मागर्म बहस हो रही थी, तभी सुरेश ने रेवती के नाक पर वार कर उसे घायल कर दिया.
सुरेश छारा को नरोदा पाटिया नरसंहार में दोषी मानते हुए अदालत ने 31 साल कैद की सजा सुनाई थी. लेकिन पिछले सप्ताह उसे कथित तौर पर उसकी लापता बेटी का पता लगाने के लिए एक स्थानीय अदालत ने पैरोल पर रिहा किया था.
पिछले महीने उसकी पूर्व पत्नी ने अपने पति, ससुराल वालों और 16 वर्षीय बेटे पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए अदालत से सुरक्षा दिए जाने का अनुरोध किया था.