गुजरात में पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से उत्तर भारतीयों पर हमले हुए हैं उसने हर किसी की चिंता को बढ़ा दिया है. मुख्यमंत्री के दावे से उलट ये हमले नहीं रुक रहे हैं और गुजरात में रहने वाले उत्तर प्रदेश-बिहार के लोगों को पलायन जारी है. अभी तक इन मामलों में कार्रवाई और राजनीति- दोनों जोरों से चल रही है. आखिर पूरी ग्राउंड रिपोर्ट क्या है, पढ़ें...
> गुजरात में रहने वाले प्रवासियों पर किए गए हमलों को लेकर पुलिस ने 35 एफआईआर दर्ज की हैं और करीब 450 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
> उत्तर भारतीय विकास परिषद का दावा गुजरात से अभी तक 20,000 लोग पलायन कर चुके हैं.
> प्रभावित क्षेत्रों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है.
> गैर-गुजरातियों की सुरक्षा में स्टेट रिजर्व पुलिस की 17 कंपनियां तैनात हैं.
> फैक्ट्रियों और गैर-गुजराती बहुल इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है.
> गुजरात में हुए उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों पर हमले के बाद दोनों राज्य के मुख्यमंत्रियों ने गुजरात सीएम से बात की.
> अहमदाबाद में शेखपुरा में स्थानीय लोगों ने 47 मजदूरों को फैक्ट्री में बंधक बना लिया है और उनके साथ मारपीट की जा रही है.
> गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने दावा किया है कि पिछले 48 घंटों में कोई बड़ी घटना नहीं हुई है.
> मेहसाणा में 15 केस दर्ज हुए हैं जिसके तहत 89 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
> साबरकांठा में 11 केस और 95 गिरफ्तारी, अहमदाबाद में 7 केस और 73 गिरफ्तारी, गांधीनगर में 3 केस और 27 गिरफ्तारी, अहमदाबाद ग्रामीण में 3 केस और 36 गिरफ्तारी, अरावली में 2 केस और 20 गिरफ्तारी और सुरेंद्रनगर में एक केस और दो गिरफ्तारियां हुई हैं
> उत्तर भारतीय प्रवासियों पर हमले की घटनाएं अहमदाबाद से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित हिम्मतनगर कस्बे के निकट एक गांव में 14 वर्षीय एक लड़की का दुष्कर्म होने के बाद शुरू हुई है.