गुजरात से दलित महिला और उसके बेटे को निर्वस्त्र कर पीटने का शर्मनाक मामला सामने आया है. इस हरकत को गांव के दबंग क्षत्रिय समाज के लोगों ने अंजाम दिया है. पीड़ित मां-बेटा मरे हुए जानवरों की खाल उतारने का काम करते हैं. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एससी-एसटी ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया है. इस मामले की जांच की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, यह घटना आनंद जिले के कासोर गांव की है. मणिबेन (45) और शैलेश रोहित (21) गांव की दलित जाती से ताल्लुक रखते हैं. पीड़ित मरे हुए मवेशियों की खाल उतारने का काम करते हैं. गांव के उच्च समाज से संबंध रखने वाले दरबार समुदाय के लोग शैलेश के घर आए. आरोपियों ने उससे खाल उतारने के काम को बंद करने के लिए कहा.
इसके बाद शनिवार की रात उसी समुदाय के लगभग 20 लोगों ने पीड़ित के घर पर धावा बोल दिया. आरोपियों ने शैलेश और उसकी मां से पहले अपशब्द कहे. इसके बाद दोनों के कपड़े उतार कर बेरहमी से पिटाई की गई. इसी दौरान कई बार आरोपियों ने उनके समुदाय के बारे में आपत्तिजनक शब्द भी कहा. घटना के बाद शैलेश ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई.
पुलिस के मुताबिक, गांव में लगभग 25 परिवार खाल उतारने का काम करते हैं. इस मामले में मुख्य रूप से 5 आरोपी और 20 लोगों की भीड़ के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 506 (2) के तहत केस दर्ज किया गया है. सभी आरोपियों पर एससी/एसटी एक्ट भी लगाया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोपी फरार बताए जा रहे हैं.