गुड़गांव के मानेसर में हुए गैंगरेप और मर्डर केस में नया मोड़ आ गया है. इस मामले में सस्पेंड हुई एक महिला सब इंस्पेक्टर के पक्ष में पांच गांवों की पंचायत उतर आई है. इस थाने के अंतर्गत आने वाले गाव की पंचायत के सदस्यों ने पुलिस कमीश्नर से मुकालत कर एसएचओ को सस्पेंड करने और महिला पुलिसकर्मी की बहाली की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक, मानेसर में 9 महिने की बच्ची की हत्या और उसके मां के साथ गैंगरेप मामले में सस्पेंड महिला सब इंस्पेक्टर सुमन के पक्ष में पांच गावों की पंचायत उतर गई हैं. लोगों ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर महिला सब इंस्पेक्टर की बहाली की मांग करते हुए आईएमटी थाने के एसएचओ नरेन्द्र यादव को सस्पेंड करने की मांग की हैं.
आईएमटी मानेसर थाने के अंतर्गत अलिहर, ढाणा, बास कुशला, बास हरिया और कासन गांव आते हैं. उनका कहना है कि एसएचओ का व्यवहार लोगों के प्रति ठीक नहीं रहता है. उनकी कार्रवाई से लोगों को हमेशा नाखुश रहना पड़ता है. वहीं, सुमन ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध पर नियंत्रण किया था. वह लोगों की बात ध्यान से सुनती थी.
लोगों का आरोप है कि मानेसर मर्डर और गैंगरेप केस में सुमन की कोई लापरवाही नहीं है, बल्कि एसएचओ नरेंद्र ही किसी भी आईओ को काम पूरा नहीं करने देते और बीच में टांग अड़ाते हैं. यदि एसएचओ इस मामले में कार्रवाई के लिए कहते तो सब इंस्पेक्टर जरूर करती. इस मांग के मद्देनजर एसएचओ के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं.
बताते चलें कि घर से नाराज होकर निकली एक महिला के साथ ऑटो में गैंगरेप की वारदात हुई थी. आरोपियों ने पीड़िता की बच्ची को ऑटो से फेंककर मौत के घाट उतार दिया था. इसके बाद महिला बच्ची की लाश लेकर घूमती रही थी. इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. लापरवाही के आरोप में सुमन को सस्पेंड किया था.