प्रद्युम्न हत्याकांड में मुकदमा दर्ज करने के बाद सीबीआई की टीम गुडगांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल तफ्तीश करने जा पहुंची. सीबीआई की टीम में तीन अधिकारी शामिल हैं, जो स्कूल में छानबीन कर रहे हैं. इसी दौरान प्रद्युम्न के पिता ने CBI जांच शुरू होने पर संतोष जताया है. इस दौरान केस के तीनों आरोपियों को सीबीआई रिमांड पर भेजा गया है.
प्रद्युम्न मर्डर केस के तीनों आरोपियों को कोर्ट ने सीबीआई की अपील पर एक दिन के लिए रिमांड पर दे दिया. इन तीनों आरोपियों को इस सनसनीखेज हत्याकांड के सिलसिले में गुडगांव पुलिस ने गिफ्तार किया था. अब सीबीआई की टीम इन आरोपियों से पूछताछ करेगी.
सीबीआई जांच शुरू हो जाने के बाद प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने आजतक/इंडिया टुडे से खास बातचीत करते हुए कहा कि वे संतुष्ट हैं. अब इस मामले की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है. उन्हें विश्वास है कि इस मामले में सीबीआई मामले की तह तक जाएगी और सही रिपोर्ट पेश करेगी.
प्रद्युम्न के पिता वरुण का कहना है कि अब सीबीआई को चाहिए कि इस मामले में रेयान इंटरनेशनल स्कूल के टॉप मैनेजमेंट के खिलाफ भी कार्रवाई करें ताकि आइंदा इस तरह की घटनाएं किसी भी स्कूल में ना हो. दूसरे लोगों को भी इस कार्रवाई से सबक मिले.
आपको बता दें कि इससे पहले सीबीआई टीम ने शुक्रवार की शाम गुड़गांव पुलिस हेडक्वॉटर पहुंचकर हरियाणा पुलिस से इस केस का चार्ज लिया था. मीडिया के दबाव और प्रद्युम्न के पिता की कोशिशों की वजह से यह केस सीबीआई को सौंपा गया है.
रेयान इंटरनेशनल स्कूल में मासूम प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या किसने और क्यों की, यह सवाल अभी भी लोगों के मन में जस का तस बना हुआ है. इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जब प्रद्युम्न ठाकुर के घर जाकर ऐलान किया था कि अब मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जा रही है, तो घरवालों को यह उम्मीद जगी है कि शायद अब उनको सवाल का जवाब मिल जाएगा.
वहीं, हरियाणा पुलिस दावा कर रही है कि वह मामले की तह तक पहुंच चुकी है और चार्जशीट लगभग बनकर तैयार है. लेकिन किसी भी केस के खुलासे का मतलब सिर्फ यह नहीं होता कि पुलिस किसी आदमी को सामने खड़ा कर दे जो गुनाह कबूल कर रहा हो. तहकीकात का मतलब होता है कि उस मामले से जुड़े सारे सवालों के संतोषजनक जवाब पुलिस के सामने हों.
गौरतलब है कि बीती 8 सितंबर को गुडगांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में मासूम प्रद्युम्न की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इसके बाद हरियाणा सरकार ने गुड़गांव का रेयान इंटरनेशनल स्कूल तीन माह के लिए अपने अधीन कर लिया है.