गुरुग्राम पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने छापेमारी कर कॉल सेंटर में काम कर रहे 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाला दंपति फरार है.
पुलिस को आशीष नाम के एक युवक ने इस फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले गिरोह की शिकायत की थी. आशीष खुद उनकी ठगी का शिकार बन चुका है. पुलिस ने छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर के ऑफिस से 60 कंप्यूटर और 47 मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं.
पुलिस ने बताया कि दिल्ली के तुगलकाबाद में यह फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था. कॉल सेंटर के नाम पर ठगी करने वाले इस गिरोह का मास्टरमाइंड एक दंपति है. दोनों पति-पत्नी इस समय फरार चल रहे हैं. ठगी का मास्टरमाइंड दंपति उत्तर प्रदेश के मथुरा का रहने वाला है.
पुलिस ने बताया कि ठग दंपति इस कॉल सेंटर के जरिए युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर चूना लगाता था. आशीष नाम के युवक ने शिकायत की थी कि इस गिरोह ने उससे आईसीआईसीआई बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर 2.5 रुपये ठग लिए.
आशीष की शिकायत पर गुरुग्राम पुलिस ने छापेमारी कर इस गिरोह का भंडाफोड़ किया. पुलिस ने बताया कि यह गिरोह देश के हर कोने के युवाओं को ठग चुका है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि अब तक कितने लोगों को यह गिरोह ठग चुका है.
गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक इस फर्जी कॉल सेंटर से हर रोज करीब 40 युवाओं को कॉल कर नौकरी दिलाने का झांसा दिया जाता था. कॉल सेंटर युवाओं से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 1500 से 2,000 रुपये शुल्क जमा कराता था और उनके सर्टिफिकेट जमा करा लेता था. बाद में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे लाखों रुपये ठग लिए जाते थे.