दिल्ली से सटे गुरुग्राम में शनिवार को एक मुस्लिम युवक की पिटाई इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने पारंपरिक टोपी पहनी थी और उसने धार्मिक नारे लगाने से इनकार कर दिया था. पीड़ित युवक का नाम बरकत आलम है जो मूल रूप से बिहार का रहने वाला है.
मोहम्मद बरकत आलम (25) ने पुलिस में दाखिल एक शिकायत में आरोप लगाया है कि चार लड़के सदर बाजार लेन में उससे मिले और उन्होंने उससे पारंपरिक टोपी हटाने के लिए कहा. इसी क्रम में उस लड़के के साथ मार-पीट भी की गई. आलम गुरुग्राम के जैकबपुरा इलाके में रहता है. काफी समय बीत जाने के बाद जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिद के सामने प्रदर्शन शुरू कर रास्ते को जाम कर दिया. उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित युवक को सेक्टर 10 के सरकारी अस्पताल में एडमिट कराया. इलाज के बाद पीड़ित युवक को सिटी थाने ले जाया गया.
आलम ने शिकायत में कहा है, "आरोपियों ने मुझे धमकी दी और कहा कि इलाके में टोपी पहनने की इजाजत नहीं है. उन्होंने टोपी उतार ली और मुझे थप्पड़ मारा. उन्होंने भारत माता की जय का नारा लगाने के लिए कहा. उनके कहने पर मैंने नारा लगाया. उसके बाद उन्होंने मुझे जय श्रीराम बोलने के लिए भी मजबूर किया, जिसे मैंने इनकार कर दिया. उसके बाद आरोपियों ने एक लाठी लेकर मेरे पैर और पीठ पर पीटा."
Gurugram: A man says he was assaulted in Sadar Bazar by 5-6 youths for wearing traditional skull cap last night; says, "One of them threatened me, saying wearing cap was not allowed in the area. I said I am coming back after offering namaz. They removed my cap & slapped me." pic.twitter.com/LQlJ8IZzLn
— ANI (@ANI) May 27, 2019
आलम सदर बाजार इलाके में स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ कर आ रहा था और उसने मदद के लिए गुहार लगाई और कई सारे मुसलमान वहां उसकी मदद के लिए पहुंच गए. हमलावरों ने जब उन्हें आते देखा तो वे वहां से फरार हो गए. गुरुग्राम शहर के एसीपी, राजीव कुमार ने कहा, "हमें घटना के बारे में एक शिकायत मिली है और उसके बाद शहर के संबंधित पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 153, 149, 323 और 506 के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है. हमने पीड़ित की मेडिकल जांच भी कराई है."
उन्होंने कहा, "हम आरोपियों की पहचान के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी के फुटेज भी खंगाल रहे हैं. उन्हें पकड़ने की कोशिश जारी हैं." हालांकि पीड़ित युवक ने आरोप लगाया 'पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कारवाई करने के बजाय उल्टा पीड़ित पर दबाव बनाने लगे.' वहीं इस पूरे मामले में पुलिस की मानें तो जिस जगह पर वारदात हुई है, वहां के सीसीटीवी कैमरे में देखने के बाद यह साफ हो रहा है कि दो युवकों की लड़ाई हुई है. इसमें किसी प्रकार की कोई भी जाति विशेष बात सामने नहीं आ रही है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.