होली के दिन 35 से 40 गुंडों के हमले का शिकार हुआ गुरुग्राम का मुस्लिम परिवार अब घसोला गांव छोड़ने की तैयारी कर रहा है. पिछले 15 वर्षों से घसोला गांव में रह रहे इस परिवार के मुखिया मोहम्मद साजिद ने बताया कि या तो हम दिल्ली जाएंगे या अपने गांव धूमसपुर चले जाएंगे. जो घटना यहां हुई है, वह दोबारा भी हो सकती है. अगर ऐसी घटना गांव में होती हो हमारे साथ 15-20 लोग खड़े तो होते. यहां तो हम पूरी तरह अकेले पड़ गए थे. फर्नीचर रिपेयर की दुकान चलाने वाले मोहम्मद साजिद ने ये बातें इंडियन एक्सप्रेस को बताईं.
साजिद ने बताया कि जिन लोगों ने हमला किया वो इस इलाके के नहीं थे. क्योंकि आस-पास के लोगों ने उन्हें या उनके परिवार को कभी परेशान नहीं किया. ये घर मेरा सपना था. मैंने इसे बनाने के लिए करीब 20 लाख रुपए खर्च किए थे. लेकिन अब बेहतर यही होगा कि हम इसे छोड़ दें. साजिद ने पत्नी और छह बच्चों के लिए धूमसपुर गांव के भूप सिंह नगर कॉलोनी में तीन साल पहले एक घर बनाया था.
भोंडसी पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के मुताबिक साजिद के रिश्तेदार होली के दिन उनके घर आए थे. साजिद के भतीजे दिलशाद ने एफआईआर में शिकायत की है कि वे लोग घर के नजदीक खाली प्लॉट पर क्रिकेट खेल रहे थे, तभी कुछ लड़कों ने उनसे बहस करते हुए कहा कि तुम लोग यहां क्या कर रहे हो? पाकिस्तान जाओ और वहां खेलो.
दिलशाद ने बताया कि जब साजिद ने हमलावरों को रोका तो बाइक से आए दो लोगों ने उन्हें थप्पड़ मार दिया. कुछ ही देर में कुछ और लोग तलवार, रॉड और डंडे लेकर आ गए. सभी घर में घुस गए. हम सभी पर हमला किया और घर से सामान चोरी कर के ले गए. साजिद की पत्नी समीना ने बताया कि मैंने लगातार हमलावरों को मारपीट करने से मना किया लेकिन उन्होंने मेरी बता नहीं सुनी. उन्होंने मेरे कंधे और जांघों पर भी डंडों से हमला किया.
पीड़ितों ने घटना का वीडियो बना लिया. जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि परिवार के कुछ लोग बचने के लिए छत पर जाकर छिप गए. दरवाजे को बंद कर दिया, हालांकि हमलावरों ने छत के दरवाजे को भी तोड़ने का प्रयास किया था. वीडियो में दिख रहा था कि हमलावर रॉड और डंडों से एक आदमी को पीट रहे हैं. जबकि, दूसरा एक कोने में पड़ा है. दो महिलाएं हमलावरों से विनती कर रही हैं कि वे मारपीट न करें.