गुरुग्राम स्पेशल टास्क फोर्स की टीम को बड़ी कामयाबी मिली है. एसटीएफ ने कौशल गैंग के दो मुख्य सदस्यों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद रेवाड़ी के एक अस्पताल में की गई फायरिंग का भी मामला सुलझ गया है. इन दोनों आरोपियों ने अस्पताल में फिरौती की वसूली के लिए अस्पताल में फायरिंग की थी.
गुरुग्राम एसटीएफ की टीम पिछले कई दिनों से आरोपियों की तलाश कर रही थी. पुलिस को सूचना मिली कि गांव में दो आरोपी मौजूद हैं. उसके बाद एक टीम मौके पर पहुंची और काफी जद्दोजहद के बाद कौशल गैंग के दो सदस्यों को काबू कर लिया. सौरव और गौरव नाम के ये दोनों आरोपी सगे भाई हैं. पिछले कई साल से कौशल गैंग से जुड़े हुए हैं. गैंगस्टर कौशल लोगों को फोन करके फिरौती मांगा करता था और उसके बाद ये दोनों भाई वहां जाकर फिरौती की रकम लेकर आते थे.
एसटीएफ के पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान गुरुग्राम के गांव गडौली खुर्द निवासी सौरभ और गौरव के रूप में की गई है. एसटीएफ के इंस्पेक्टर की मानें तो ये दोनों आरोपी गैंगस्टर कौशल के भाई के साले लगते हैं. पूछताछ के दौरान दोनों ने रेवाड़ी के पुष्पांजलि हॉस्पिटल में गोली चलाने की बात कबूल की है. इसके अलावा कौशल जिसको भी फोन पर धमकी देता था, ये दोनों उसके पास जा कर वसूली करते थे और वसूली गई रकम को कौशल की मां को दिया करते थे. कौशल की मां को एक बार दो लाख रुपए और एक बार दस लाख रुपए ला कर दिए. सौरभ को चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है.