उत्तराखंड को पर्यटक प्रदेश के रूप में जाना जाता है. जहां देश विदेश से लाखों सैलानी घूमने आते हैं या फिर चारधाम की यात्रा करते हैं. अगर राज्य की पुलिस ऐसे पर्यटकों और श्रृद्धालुओं से मारपीट करने लगे तो इसका नतीजा क्या होगा, ये आसानी से समझा जा सकता है. तामा मामला हरिद्वार का है. जहां पुलिस ने दिल्ली से आई एक महिला पर्यटक के साथ मामूली सी बात पर मारपीट कर डाली.
मामला हरिद्वार के आनंद वन समाधी की पार्किंग का है. जहां दिल्ली से आई एक महिला पर्यटक को एक पुलिसकर्मी ने सिर्फ इस बात पर पीटना शुरू कर दिया कि वह अपने वाहन को पार्किंग में नहीं लगा पाई. पीड़िता महिला का नाम गुंजन है, वह अपने दो बच्चों के साथ हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए आई थी.
महिला को इस बात का अंदाजा नहीं था कि जिस प्रदेश की पुलिस को मित्र पुलिस का तमगा मिला है, वो इतनी कठोर हो जाएगी. और पार्किंग के नाम पर महिला पर थप्पड़ की बरसाएगी. रोड़ीबेलवाला चौकी में तैनात पुलिसकर्मी ने महिला की जिस तरह से पिटाई की, वो पर्यटन प्रदेश के लिए एक अच्छा संकेत तो बिल्कुल नहीं है.
पुलिस अब इस मामले को रफा-दफा करने में जुटी है. दूसरी और सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए इस मामले का संज्ञान लिया है. आरोपी पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर मामले की जांच सीधे एसएसपी हरिद्वार को सौंप दी गई है. सरकार भरोसा दिला रही है कि महिला के साथ बर्बरता करने वाले पुलिसकर्मी को कड़ी सजा दी जाएगी.
हरिद्वार पुलिस ने पहले अपने पुलिसकर्मी को तो सस्पेंड कर दिया लेकिन बाद में पीड़ित महिला के खिलाफ भी हंगामा मचाने का मुकदमा दर्ज कर लिया.