हरियाणा के गोहाना कस्बे में 15 साल के दलित लड़के की पुलिस हिरासत में संदिग्ध मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. विवाद बढ़ता देख आरोपी पुलिस वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने गोविंदा नामक लड़के को कबूतर चोरी के आरोप में हिरासत में लिया था. जहां उसकी मौत हो गई थी.
सोनीपत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने बताया कि इस मामले की जांच पड़ताल में पाया गया कि मृतक गोविंदा की गर्दन पर निशान हैं. हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. गोविंदा की हत्या के आरोप में सुभाष और अशोक नाम के दो एएसआई गिरफ्तार किए गए हैं.
उधर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मृतक गोविंदा के परिवार
में से किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है. इससे कुछ देर
पहले ही बसपा प्रमुख मायावती ने बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि
भाजपा के शासन में दलित कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं.
गौरतलब है कि सोनीपत जिले के गोहाना कस्बे में रहने वाले गोविंदा पर गड़िया लोहार समुदाय के कुछ सदस्यों ने कबूतर चोरी का आरोप लगाया था. इसी शिकायत के आधार पर 14 साल के गोविंदा को पुलिस लोहार गोहाना थाने ले गई थी. इसी दौरान उसकी संदिग्ध मौत हो गई थी.
गोविंदा की मौत के बाद उसके परिवार ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उसे छोडने के लिए दस हजार रुपये रिश्वत ली थी. जब वे रुपये लेकर थाने पहुंचे तो गोविंदा वहां नहीं था. पुलिस वालों ने कहा कि वह थाने से भाग गया है. पुलिस ने रुपये भी ले लिए और गोविंदा के बारे में कुछ नहीं बताया.
जबकि गोविंदा की लाश उसके घर के पीछे पाई गई थी. उसकी गर्दन पर चोट के निशान थे. परिवार वालों ने आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर रेल ट्रेक भी जाम कर दिया था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई थी.