हरियाणा पुलिस हनीप्रीत के साथ-साथ अब डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपश्यना से भी पूछताछ कर रही है. SIT टीम पिछले लगभग 5 घंटे से एक बंद कमरे में दोनों से पूछताछ कर रही है. बीते दिन, अस्थमा अटैक की वजह से विपश्यना से पूछताछ नहीं हो पाई थी. पुलिस दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ कर रही है.
पुलिस की SIT टीम ने डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपश्यना और हनीप्रीत को आमने सामने बैठाकर पूछताछ शुरू कर दी है. कई घंटे से एक बंद कमरे में यह पूछताछ चल रही है. इस मामले में पुलिस बीते गुरुवार को हनीप्रीत और विपश्यना से एक साथ पूछताछ करने वाली थी. हालांकि, अस्थमा अटैक की वजह से विपश्यना से पूछताछ नहीं हो पाई थी.
इससे पहले बुधवार को भी SIT ने विपश्यना का मेडिकल चेकअप कराया था और खराब सेहत के उसके दावों की पड़ताल की थी. मंगलवार को ही उसे तमाम सवालों को जवाब देना था, लेकिन वो पुलिस के सामने हाजिर नहीं हुई. वैसे सिरसा पुलिस उससे पहले भी पूछताछ कर चुकी है.
विपश्यना डेरा के थिंक टैंक के सदस्यों में से एक है. वही पूरा मैनेजमेंट देखती है. हाल ही में एक खुलासा हुआ है कि 25 अगस्त को पंचकूला में हिंसा फैलाने के लिए खर्च किए गए आठ करोड़ रुपये डेरा सच्चा सौदा के खजाने से निकाला गया कालाधन था. हनीप्रीत ने SIT टीम के समक्ष यह खुलासा किया है कि यह पैसा किस तरह और कहां से उपलब्ध करवाया गया था. इस बात की जांच चल रही है.
पुलिस पूछताछ के दौरान हनीप्रीत ने आठ करोड़ रुपये की धनराशि से संबंधित एक फाइल का जिक्र किया था. यह फाइल हरियाणा पुलिस की एसआईटी के हत्थे चढ़ गई है. सूत्रों के मुताबिक, फंडिंग से जुड़े दस्तावेज बुधवार की रात को राजस्थान के गुरुसर मोडिया में चली लगभग 4 घंटे की रेड के दौरान जप्त किए गए हैं.
हरियाणा पुलिस के हाथ कई और महत्वपूर्ण दस्तावेज भी लगे हैं, जिनको 28 अगस्त की रात हनीप्रीत इंसा ने चुपचाप निकालकर गुरुसर मोडिया पहुंचा दिया था. हनीप्रीत के निर्देशों के मुताबिक उसके करीबियों ने 28 अगस्त की दोपहर 2 बजे राम रहीम की गाड़ी, जिसकी कीमत डेढ़ करोड़ रुपये थी, उसे आग के हवाले कर दिया था.
सूत्रों की माने तो हनीप्रीत इंसा ने डेरा से जुड़े कुछ संदिग्ध दस्तावेज इस गाड़ी में रख कर आग के हवाले करवा दिए थे. पुलिस यह पूछताछ सोमवार के दिन करना चाहती थी, लेकिन विपश्यना ने बीमारी का बहाना करके मोहलत ले ली थी. SIT डेरा की वरिष्ठ उप प्रधान शोभा इंसा से भी पूछताछ करना चाहती है.
हनीप्रीत से सच उगलवाने और सबूत इकट्ठा करने के लिए हरियाणा पुलिस लगातार कोशिश कर रही है. लेकिन कामयाबी के नाम पर उसके हाथ अभी तक खाली हैं. पुलिस को उम्मीद है कि हनीप्रीत जिन जगहों पर 38 दिनों तक छिपी रही, वहां से उसे कुछ सुराग मिल सकते हैं. इसीलिए हनीप्रीत को साथ लेकर पुलिस उन जगहों पर छापेमारी कर रही है.
बुधवार को भी पुलिस ने बठिंडा से लेकर गुरसर मोडिया तक सबूतों की तलाश में दौड़ लगाई. इसकी शुरूआत बठिंडा से हुई. वहां हनीप्रीत जंगीराणा नामक गांव के एक घर में 5 दिनों तक छिपी हुई थी. यह घर हनीप्रीत की साथी सुखदीप कौर के रिश्तेदार का है. पुलिस ने यहां करीब 10 मिनट तक हनीप्रीत के साथ खोजबीन की.