दिल्ली के मशहूर साईं मंदिर में गुरुवार की सुबह श्रद्धालुओं के जमावड़े के बीच कुछ लोगों के बीच जमकर मार-पीट हुई है. पूरी वारदात वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई. इस वारदात में वहां के दुकानदार भी शामिल थे.
मामला लोधी रोड़ के साईं मंदिर का है. जहां सुबह के साढ़े दस बजे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी थी. लोग भक्तिमय वातावरण के बीच बाबा के दर्शनों का इंतजार कर रहे थे. तभी मंदिर के बाहर एक दुकान पर दो शख्स श्रदालुओं की भीड़ को चीर दाखिल हुए. और वहां पहुंचकर दुकानदार की बेहरमी से पिटाई करने लगे.
इसी बीच दुकान में बैठा दूसरा शख्स दोनों हमलावरों पर पहले तो दुकान से उठाकर कुछ समान फैंकने लगा और बाद में वो भी इस मार पिटाई में कूद पड़ा. ये मंजर देखकर वहां डियूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस का सिपाही बीच बचाव करने उनके बीच आ गया. लेकिन पुलिस की मौजूदगी के बावजूद मारपीट रुकने की बाजाए और बढ़ गई.
इस घटना से मंदिर में जमा श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया. थोड़ी देर में ही पुलिस ने मारपीट कर रहे दोनो पक्षों को काबू कर लिया और उन्हें पास बनी पुलिस पोस्ट पर ले जाया गया. सांई मंदिर ट्रस्ट के सचिव हरीश के मुताबिक गुरुवार को सांई के मंदिर में लाखों भक्त आते हैं. मंदिर की दुकानों से पूजा का समान भी लेते हैं. मगर ये सभी दुकानें अनाधिकृत और गैरकानूनी हैं. सारा झगड़ा आस्था की आड़ में होने वाली कमाई का है.
हरीश के मुताबिक मंदिर पर भिखारियों की पूरी फौज रहती है. जिन्हे यहां खून पैसा और दान मिलता है. लेकिन ये भिखारी मंदिर आने वाले श्रदालुओं के लिए मुसीबत का सबब भी बन जाते हैं. कई लोगों के लिए यहां दान देना जी का जंजाल बन जाता है. हालात ये हैं कि भिखारी यहां दान लेते नहीं बल्कि छीनते हैं.
ये बात किसी से छिपी नहीं है कि साईं के इस मंदिर पर दहशतगर्दों की नज़र भी रही है. इसी वजह से मंदिर की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस भी सवेंदनशील रहती है, मंदिर के अंदर 48 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. लेकिन बाहर की सुरक्षा में तैनात पुलिस कहीं नजर नहीं आती. मेटल डिटेक्टर लगा है पर उसे देखने वाला कोई नहीं है. ऐसे हालात में सुरक्षा की बात करना बेमानी है.