हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पर कसौली में मंगलवार को महिला अधिकारी शैलबाला शर्मा की हत्या के मामले में अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं. पुलिस अब तक आरोपी का कोई सुराग नहीं लगा पाई है. इस मामले में पुलिस भी सवालों के घेरे में है. क्यों कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने महिला अधिकारी की जान बचाने में कोई मदद नहीं की.
घटना के वक्त मौके पर मौजूद आरोपी ने पहले आत्महत्या करने की धमकी दी और उसके बाद महिला अधिकारी के साथ बहसबाजी करने लगा लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने इसके बाद भी उसे हिरासत में नहीं लिया. यही नहीं आरोपी ताबड़तोड़ गोलियां बरसाता रहा और पुलिसवाले मूकदर्शक बने रहे. आरोपी पुलिस के सामने ही अपनी रिवाल्वर लेकर भागने में भी कामयाब रहा.
सूत्रों की मानें तो एक पुलिस कर्मचारी ने आरोपी का थोड़ी देर पीछा जरूर किया, लेकिन जैसे ही उसने पुलिस कर्मचारी की और रिवाल्वर तानी तो पुलिस वाला उल्टे पांव वापस भाग गया. घटनास्थल के वीडियो क्लिप बताते हैं कि मौके पर एक पुलिस कर्मचारी के पास हथियार था लेकिन उसने महिला अधिकारी की जान बचाने के लिए एक भी राउंड फायर नहीं किया.
उधर, आरोपी को फरार हुए 30 घंटे से ज्यादा का समय बीत गया है, लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. सोलन के पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने दावा किया कि आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा. क्योंकि उसकी गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर पुलिस टीम छापेमारी कर रही है.
एसपी मोहित चावला से जब यह पूछा गया कि क्या उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी जो वारदात के समय मूकदर्शक बने रहे, तो चावला ने भरोसा दिलाया कि इस सारे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
उधर, बुधवार को मामला सुर्खियों में आने के बाद सोलन जिला प्रशासन ने आनन-फानन में पुलिस फोर्स तैनात करके फिर से अवैध भवन गिराने का काम शुरू किया.
गौरतलब है कि आरोपी विजय ठाकुर ने बिना इजाजत के ही अपने गेस्ट हाउस की तीन अवैध मंजिलें बनवा ली थी. मंगलवार को उसे जब गेस्ट हाउस खाली करने को कहा गया तो वह तैश में आ गया और उसने अपनी रिवाल्वर से अवैध भवन गिराने गई शैलबाला शर्मा को निशाना बनाकर वहीं ढेर कर दिया.
दरअसल, हिमाचल प्रदेश के कसौली इलाके में काफी अरसे से अवैध निर्माण चल रहा है. नियमों के मुताबिक कसौली क्षेत्र में भवनों की केवल तीन मंजिलें ही बनाई जा सकती हैं लेकिन इस पर्यटन क्षेत्र के कई होटल व्यवसाइयों ने आठ से नौ मंजिलों तक निर्माण कर दिया है.
एक एनजीओ ने यह मामला पिछले साल नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में उठाया था. जिसके बाद एनजीटी ने 13 अवैध भवनों को गिराने के आदेश दिए थे. इन आदेशों को होटल मालिकों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी एनजीटी के फैसले को बरकरार रखा और हाल ही 17 अप्रैल के दिन 15 दिनों के भीतर अवैध भवनों को गिराने के आदेश दिए थे.
मंगलवार को कसौली प्रशासन की अवैध ढांचे गिराने की मुहिम का पहला दिन था. लेकिन अवैध भवन गिराने की मुहिम को तब तगड़ा झटका लगा, जब महिला नगर नियोजन अधिकारी शैलबाला शर्मा को अपनी जान गंवानी पड़ी.
उधर, कसौली हत्याकांड के आरोपी विजय ठाकुर की मां नारायणी ठाकुर ने कहा कि मंगलवार को उसके बेटे के दिमाग पर पागलपन छा गया था, जिसके चलते उसने महिला अधिकारी शैलबाला शर्मा को अपने वहशीपन का शिकार बना डाला. आरोपी की बुज़ुर्ग मां के मुताबिक उसके संज्ञान में था कि बेटे के पास रिवाल्वर है, लेकिन उसने कभी सोचा न था कि वह हथियार का इस्तेमाल अपनी जिम्मेदारी निभाने आई बेकसूर महिला अधिकारी की जान लेने के लिए करेगा.