बिहार में जिस्मफरोशी से जुड़ा एक बेहद ही अजीब मामला सामने आया है. यहां रेड लाइट एरिया में एड्स पीड़ित सेक्स वर्करों से जबरन वेश्यावृति कराई जा रही हैं. इस खुलासे से प्रशासन की नींद उड़ गई है. चार दिन पहले इस इलाके में एक एड्स पीड़ित सेक्स वर्कर की भी मौत हो गई.
घटना अररिया के फारबिसगंज इलाके में स्थित रेड लाइट एरिया की है. दरअसल इस सनसनीखेज मामले का खुलासा उस समय हुआ जब नगमा खातून नाम की सेक्स वर्कर किसी तरह दलालों के चंगुल से भागकर पुलिस थाने पहुंची. नगमा खातून ने बताया कि वह खुद कैंसर पीड़ित है.
कैंसर का दर्द झेल रही नगमा खातून ने बताया कि इतनी गंभीर बीमारी के बावजूद उनसे जबरन देह व्यापार कराया जाता है. इंकार करने पर उनके साथ मारपीट की जाती है. पुलिस ने नगमा की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है.
कौन बनेगा करोड़पति से सुर्खियों में आई फातिमा खातून ने बताया कि चार दिन पहले हिना नाम की एक सेक्स वर्कर की एड्स की बीमारी के चलते मौत हो गई थी. बताते चलें कि रेड लाइट एरिया से निकली फातिमा सेक्स वर्करों के वेलफेयर के लिए काम करती हैं.
उनका आरोप है कि उमेद खातून नाम की महिला एड्स पीड़ित सेक्स वर्करों से जबरन देह व्यापार करवाती है. फातिमा का कहना है कि यहां कई ऐसी महिलाएं है जो एड्स पीड़ित है और उनसे जबरन वेश्यावृति करवाई जा रही हैं.
गौरतलब है कि फातिमा के इस बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि एड्स पीड़ित सेक्स वर्करों से जाने-अनजाने कितने लोगों को यह जानलेवा बीमारी अपनी चपेट में ले रही है.