कोटा के भीमगंजमंडी थाना पुलिस ने हनीट्रैप गैंग का खुलासा किया है. जिसमें महिलाएं लोगों को प्रेम जाल में फंसा लेती थी बाद में उन पर बलात्कार का आरोप लगाकर मोटी रकम वसूलती थीं. इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गैंग के मुख्य आरोपी कैब चालक और दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. साथ ही इस पूरी वारदात में साथ देने वाले वकील को भी पुलिस गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी है, जो इस गिरोह का सक्रिय सदस्य है.
पुलिस ने प्रताप कॉलोनी निवासी मुमताज उर्फ जीनत, हनुमान बस्ती दादाबाड़ी निवासी अनीता राठौड़ और मुख्य आरोपी ओला के ड्राइवर निसार अहमद मूल निवासी रवांजना डूंगर (सवाई माधोपुर) को गिरफ्तार किया है. साथ ही इनके पास से दो स्कूटी और एक कैब जब्त की है. इसके अलावा इस मामले में शामिल वकील बाबूलाल मेघवाल की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि गैंग के और भी सदस्य हो सकते हैं. ऐसे में आरोपियों से गहन पूछताछ के बाद अन्य सदस्यों का भी खुलासा हो सकता है.
10 लाख रुपये की डिमांड
पुलिस ने बताया कि बिजली विभाग में लाइनमैन के पद पर तैनात सीताराम के घर घरेलू नौकर की हैसियत से काम करने के बाद महिला उसके ही खिलाफ बलात्कार का झूठा मुकदमा दर्ज कराया. इसके साथ ही इसकी एवज में 1 लाख 40 हजार रुपए वकील बाबूलाल मेघवाल के जरिए हड़पे. इसके अलावा बाबूलाल बार-बार फोन कर 10 लाख रुपए की डिमांड कर रहा था.
पुलिस का कहना है कि महिलाएं हाड़ौती में कई लोगों से इस तरह हनी ट्रैप के जाल में फंसाकर लोगों से रुपये हड़प चुकी हैं. उनके खिलाफ बलात्कार के झूठे मुकदमे दर्ज करवाए हैं. पुलिस का कहना है कि यह महिलाएं स्कूटी लेकर शहर के अलग-अलग हिस्सों में घूमती रहती थी और लोगों को अपने जाल में फंसाने का काम करती थी.
कई लोगों को निशाना बना चुकी हैं ये महिलाएं
पुलिस ने जिस हनी ट्रैप गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया, वो कोटा शहर में कई सालों से सक्रिय हैं. यह गैंग व्यापारियों, प्रतिष्ठित लोगों, कमजोर युवकों को अपना निशाना बनाकर उनसे 10 से 25 लाख रुपयों तक वसूलती हैं. गैंग के सदस्यों के खिलाफ शहर के आरकेपुरम, दादाबाड़ी, अनंतपुरा समेत अन्य थानों में इस तरह के मामले पहले से भी हैं. मुमताज और अनीता दोनों महिलाएं काफी शातिर हैं और कानूनी दांव-पेंच से बचने के लिए वकीलों का सहारा लेती हैं. यह दोनों पहले भी ऐसे मामलों में गिरफ्तार हो चुकी हैं.