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हनीप्रीत के आगे नाकाम हरियाणा पुलिस, अभी तक नहीं मिला कोई ठोस सबूत

गुरमीत राम रहीम सिंह की राजदार हनीप्रीत की गिरफ्तारी को एक महीना होने वाला है. लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली दिख रहे हैं. ना कोई ठोस सबूत और ना ही कोई बड़ा कबूलनामा. हनीप्रीत की हर चाल के आगे पुलिस मात खा रही है.

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अभी तक पुलिस को हनीप्रीत से कोई अहम सुराग नहीं मिला है
अभी तक पुलिस को हनीप्रीत से कोई अहम सुराग नहीं मिला है

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गुरमीत राम रहीम सिंह की राजदार हनीप्रीत की गिरफ्तारी को एक महीना होने वाला है. लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली दिख रहे हैं. ना कोई ठोस सबूत और ना ही कोई बड़ा कबूलनामा. हनीप्रीत की हर चाल के आगे पुलिस मात खा रही है.

हनीप्रीत से अभी तक पुलिस को कुछ खास सुराग नहीं मिला है. ना बड़ा सबूत मिला और ना बड़ा कबूलनामा. उसके मोबाइल से लेकर लैपटॉप तक का डाटा गायब है. ऐसा लगता है कि हनीप्रीत इंसा पुलिस को गुमराह करने में कामयाब हो गई है. यहां तक कि जेल में उसे वीआईपी सुविधाएं दिए जाने की खबरें आ रही हैं. उसका परिवार आराम से उसे मिलने जेल जाता है. ऐसा लगने लगा है कि हरियाणा की पुलिस भी हनीप्रीत पर मेहरबान है.

डेरे में पैसा हो या डेरे के अंदर का काम काज, हर कहीं हनीप्रीत की भूमिका पर सवाल खड़े होते रहे हैं. ऐसे कई इल्जाम है जिन से पुलिस को पर्दा उठाना है और सबूत इकट्ठा करने हैं. लेकिन हनीप्रीत की चुप्पी हर बार आड़े हाथ आ रही है. उसकी गिरफ्तारी के 26 दिन बीत जाने पर भी पुलिस के हाथ खाली हैं. जिस हनीप्रीत को पकड़ने के लिए 7 राज्यों के पुलिस के पसीने छूट गए. जो हनीप्रीत 38 दिनों तक पुलिस को चकम देती रही. उस हनीप्रीत से राज उगलवाना भी पुलिस के लिए दूर की कौड़ी बना हुआ हैं.

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पुलिस ने सारे हथकंडे अपना लिए हैं. छापेमारी से लेकर गवाहों तक को खड़ा कर दिया. फरारी के वक्त हनीप्रीत कहां रही, कैसे रही, किसकी मदद से रही, सारी पड़ताल की गई. लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी बड़ा कुछ भी नहीं लगा है. चाहे वो पंचकुला हिंसा में हनीप्रीत का रोल हो या डेरे के अंदर के राज. हनीप्रीत लगातार पुलिस को गुमराह कर रही हैं. पुलिस अदालत से उसकी रिमांड बढ़ाने में तो कामयाब हो रही है लेकिन शातिर हनीप्रीत से कुछ भी उगलवाने में नाकाम दिख है.

हनीप्रीत को पुलिस ने 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था. अंबाला जेल से भी हनीप्रीत को लेकर कई खबरें आ रही हैं. जेल में हनीप्रीत को मिल रही सुविधाओं को लेकर हंगामा हो चुका है. 8 दिनों में हनीप्रीत के परिवार के लोग उसे मिलने दो बार जेल जा चुके हैं. वहीं परिवार के कार के साथ जेल के अंदर जाने की खबरों ने भी पुलिस पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. बिना रोक टोक परिवार की गाड़ी सीधा जेल के अंदर चली जाती है.

हालांकि जब इस मामले में जेल कर्मियों से बात की गई तो उन्होंने पल्ला झाड़ लिया. जेल में बाकी कैदियों के परिजनों ने हनीप्रीत को वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने का खुलासा किया है. जिन्होंने हनीप्रीत को मिल रही सुविधाओं पर सवाल खड़े किए हैं. हनीप्रीत की फरारी हो या फिर गिरफ्तारी, जेल में हनीप्रीत की वीआईपी ट्रिटमेंट हो या फिर सबूतों को इकट्ठा करने पर नाकाम पुलिस. लगातार हनीप्रीत के मामले फजीहत झेलने के बाद भी प्रशासन कहीं ना कहीं कटघरे में खड़ा दिख रहा है.

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ऐसे में कई सवाले खड़े होते हैं. मसलन.. आखिर पुलिस हनीप्रीत के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने में क्यों नाकाम हो रही है. जेल हनीप्रीत को वीआईपी ट्रीटमेंट क्यों दिया जा रहा. आखिर कैसे हनीप्रीत के परिवार वालों को बिना रोकटोक जेल में एंट्री दी गई. क्या अभी भी पुलिस के कुछ लोग हनीप्रीत से मिले हुए हैं.

इन सभी सवालों के जवाब मिलना अभी बाकी है. लेकिन हनीप्रीत की फरारी से लेकर गिरफ्तारी तक बल्ले बल्ले ही दिख रही है. बाबा की बेटी सलाखों के पीछे हैं लेकिन उसका जलवा जेल में कायम दिख रहा है. यही वो बात है, जो हरियाणा पुलिस और जेल प्रसासन को कटघरे में खड़ा कर रही है.

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