राजधानी दिल्ली में हनी ट्रैप में फंसा कर लूट और हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह को रोहिणी जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया है. प्रशांत विहार थाना पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर की मिस्ट्री को महज 24 घण्टे में सुलझाते हुए एक युवती और 2 युवकों को धर दबोचा है. पकड़े गए आरोपियों पर हत्या, लूटपाट जैसे 2 दर्जन से ज्यादा आपराधिक केस दर्ज हैं.
जानकारी के अनुसार आरोपी लड़की शाम होते ही सड़कों पर अपने शिकार को ढूंढने निकल जाती थी जिसमें उसके साथ उसके 2 और साथी शामिल होते थे. आरोपी पायल हनीट्रैप के जाल में फंसा कर किसी सुनसान जगह ले जाती थी. जहां अपने साथियों के साथ मिलकर लूटपाट करते और पैसे नहीं देने पर हत्या तक कर देते थे.
क्या थी ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री?
दरअसल, दिल्ली में रोहिणी के प्रशांत विहार थाना इलाके में राजीव गांधी अस्पताल और रिठाला मेट्रो स्टेशन के बीच बीती 23 तारीख की रात को पुलिस को एक 25-30 साल के युवक के अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली थी. पुलिस ने तफ्तीश करते हुए आसपास लगे कई CCTV कैमरों की फुटेज को खंगाला तो उसमें एक ऐसे युवक की धुंधली तस्वीर दिखाई दी जिसे एक पुलिसकर्मी ने पहचान लिया. काफी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस टीम उस संदिग्ध तक जा पहुंची और फिर इस हत्याकांड का खुलासा हुआ.
मामले की जानकारी देते हुए जिले के DCP ने बताया, 'मृतक का नाम दीपक है, वह मंगोल पूरी इलाके के रहने वाला था. पकड़े गए आरोपी दिल्ली के सुल्तान पूरी इलाके में रह रहे थे, जहां से पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया है.'
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि रिठाला के आसपास के इलाके में पायल अपने शिकार का इंतजार कर रही थी तभी वहां सड़क से निकल रहे मृतक दीपक ने उससे बात की. पायल ने युवक को बातों में फंसा कर उसे सड़क किनारे ही बनी झाड़ियों में ले गई. जहां चोरी के इरादे से आरोपी अजय और आरोपी मोन्टी आ गए और लूटपाट करने लगे.
लूट का विरोध करने पर हत्या
जब मृतक दीपक ने लूट का विरोध किया तो उन लोगों ने उसके सिर पर भारी डंडे (चारपाई के पाए) से वार किया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. हत्या के बाद आरोपियों ने दीपक के जेब से सारे पैसे और मोबाइल लेकर फरार हो गए. पुलिस के मुताबिक 2016 में भी इन बदमाशों ने इस इलाके में ऐसे ही एक और हत्या की वारदात को अंजाम दिया था.
गिरफ्तार किए गए दोनों बदमाशों पर हत्या, हत्या के प्रयास और लूटपाट सेंधमारी जैसे करीब 30 मामले दर्ज हैं. दीपक के परिवारवालों ने भी मंगोल पूरी थाना इलाके में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. बहरहाल पकड़े गए अपराधियों से पुलिस अभी पूछताछ कर रही है. प्रशांत विहार थाना पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को महज 24 घंटे में सुलझाया है.