यूपी के गाजीपुर में एक युवक ने अपनी पत्नी के वियोग में उसकी साड़ी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. उसका अपनी पत्नी के साथ छह साल से केस चल रहा था. उसकी पत्नी अपने तीन बेटियों के साथ मायके में रह रही थी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
जानकारी के मुताबिक, जिले के नंदगंज थाना क्षेत्र के करखनवां गांव निवासी रामधनी चौहान और उसकी पत्नी नीलम के बीच पिछले छह साल से केस चल रहा था. नीलम अपनी तीन लड़कियों के साथ अपने मायके में रह रही थी. उसे लेने के लिए वह अपने ससुराल पहुंचा.
वहां 20 हजार रुपये देने के करार पर दोनों पक्षों के बीच सुलह समझौता हो गया, रामधनी ने 10 हजार रुपये तुरंत दे दिया. शेष रुपयों को बाद में अदा करने का वादा किया. इसके बावजूद उसके ससुर ने विदाई करने से इनकार कर दिया. इससे उसे गहरा आघात लगा.
ग्रामीणों ने बताया कि घर लौटकर उसने गांव के काली मंदिर पर लगे झंडे को फूंक दिया. वहां घड़े को फोड़ दिया. गुरुवार की दोपहर में जब घर के लोग खेत में काम करने चले गए तो सुनसान पाकर उसने पत्नी की साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया.