छत्तीसगढ़ के भिलाई के संग्राम चौक कैंप इलाके में रहने वाले अशोक प्रजापति के घर दिनभर कोई चहल कदमी नहीं दिखाई देने पर पड़ोसियों को शक हुआ. इसके बाद उसके घर का रुख करने पर लोगों के पैरो तले जमीन खिसक गई. उन्हें पलंग में परिवार के तीन सदस्य सोते हुए दिखाई दिए. दूसरे कमरे में अशोक की फांसी पर झूलती लाश दिखाई दी.
लोगो ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. मौंके में पहुंची पुलिस ने तीनों का प्राथमिक परिक्षण कर यह जानने की कोशिश की कि कही किसी की सांस तो नहीं चल रही है. लेकिन सभी की सांसे थम चुकी थी. लाशे देखकर पुलिस समझ गई कि तीनों का गला घोंटा गया है. पुलिस ने सागर (2), रागनी (5), बिंदेश्वरी (30) और अशोक का शव अपने कब्जे में लिया.
मौके पर मौजूद सीएसपी अजित यादव के मुताबिक, कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है. इसमें दो लाइनों में लिखा है कि वे आपसी सहमति से आत्महत्या कर रहे हैं. इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. हमें माफ करना. पुलिस इस बात से परेशान है कि आखिर ऐसी क्या बात हो गई कि पूरा परिवार मौत के आगोश में चला गया.
पड़ोसियों के मुताबिक, इस परिवार के सामने ऐसी कोई परेशानी नहीं था कि पूरे परिवार को आत्महत्या के लिए विवश होना पड़े. बताया जा रहा है कि स्थानीय कारोबारी अशोक प्रजापति के घर रविवार की रात तक सब कुछ सामान्य था. अशोक की पत्नी बिंदेश्वरी ने पड़ोसियों से बातचीत भी की और छुट्टी होने के चलते बच्चे खेलते देखे गए.
पड़ोसियों ने अंदेशा जाहिर किया कि देर रात अशोक प्रजापति ने इस घटना को अंजाम दिया होगा. पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है. पुलिस और फोरेंसिक टीम ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है. इस मामले की जांच की जा रही है. इस घटना को लोग आत्महत्या मानने के लिए तैयार नहीं हैं.