ससुराल पक्ष के लोगों को दहेज में प्लॉट और नकदी नहीं मिली तो सऊदी अरब में रह रहे पति ने फोन पर पत्नी को तलाक दे दिया. और तो और दहेज के लालच में ही पति के छोटे भाई ने भी सऊदी से अपनी पत्नी को एक चिठ्ठी पर तीन बार तलाक लिखकर भेज दिया. पीड़ित महिलाओं ने इंसाफ के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है.
चौंकाने वाला यह मामला गाजियाबाद के लोनी इलाके का है. पीड़ित महिलाएं सगी बहनें हैं. पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि उनके पतियों ने दूसरी शादी कर ली है. लोनी निवासी पीड़ित परिजनों ने बताया कि उन्होंने साल 2010 में अपनी दोनों बेटियों की शादी बागपत के रहने वाले जफर और दानिश से की थी.
आरोप है कि शादी में ससुराल पक्ष के लोग दहेज से खुश नहीं थे. वह शादी में प्लॉट और नकदी की डिमांड कर रहे थे. शादी के कुछ महीने बाद ही जफर और दानिश अपनी पत्नियों को छोडक़र नौकरी करने के लिए सऊदी अरब चले गए. दहेज नहीं मिलने से खफा ससुराली जफर की पत्नी और उसकी छोटी बहन को परेशान करने लगे.
हर रोज की प्रताड़नाओं से तंग आकर दोनों बहनें मायके आकर रहने लगी. इसी दौरान दोनों बहनों ने बेटों को जन्म दिया. आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए और खर्चे की मांग को लेकर पीड़ित बहनों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया. इस बात से नाराज होकर 4 महीने पहले जफर ने फोन पर अपनी पत्नी को तलाक दे दिया.
वहीं छोटे भाई दानिश ने भी सऊदी से अपनी पत्नी को चिठ्ठी भेजकर उसे तलाक दे दिया. आरोप है कि तीन महीने पहले ही दोनों भाइयों ने भारत आकर दूसरी शादी कर ली है. पीड़ित बहनों ने लोनी थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत की है. साथ ही उन्होंने अदालत में अर्जी दाखिल कर इंसाफ की गुहार लगाई है. पीड़ित बहनों ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.