तेलंगाना के कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक के जग्गा रेड्डी को कथित मानव तस्करी (कबूतरबाजी) के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार किया गया. हैदराबाद पुलिस ने 14 साल पुराने मामले में ये कार्रवाई की. कांग्रेस ने तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर आरोप लगाया है कि वे छिछले आधार देकर और भी विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करा सकते हैं.
सांगारेड्डी जिले में के. जग्गा रेड्डी को रसूखदार नेता माना जाता है. आरोप है कि जग्गा रेड्डी 2004 में फर्जी दस्तावेज तैयार कर एक महिला, एक लड़के और एक लड़की को अपनी पत्नी और संतान बता कर अमेरिका ले गए.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘जग्गा रेड्डी अमेरिका से अकेले भारत लौटे और महिला-बच्चों को वहीं छोड़ आए. जांच से सामने आया कि जग्गा रेड्डी ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें अपना परिवार बताया था. लेकिन जांच से खुलासा हुआ कि वो जग्गा रेड्डी की पत्नी और संतान नहीं थे.’
हैदराबाद नॉर्थ जोन पुलिस ने पासपोर्ट एक्ट, इमिग्रेशन एक्ट, मानव तस्करी, फर्जीवाड़ा और आईपीसी की अन्य संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया.
जग्गा रेड्डी का नाम 2017 में तब सुर्खियों में आया था जब उन्होंने सांगारेड्डी में राहुल गांधी के लिए बड़ी रैली का आयोजन किया था. जग्गा रेड्डी अब भी 12 सितंबर को कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की अल्पसंख्यकों के साथ बैठक के लिए तैयारी कर रहे थे.
कांग्रेस ने गिरफ्तारी की निंदा की है और आरोप लगाया है कि तेलंगाना की कार्यवाहक सरकार विपक्षी नेताओं को छिछला आधार देकर गिरफ्तार कर रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता डी सर्वन ने कहा, ‘मुख्यमंत्री केसीआर को गुलाम नबी आजाद की बैठक से डर लग रहा है. पुलिस तथाकथित कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तिकड़मी प्रभाव में काम कर रही है और इस तरह के अवैध और ब्लैकमेलिंग वाले कदम उठाए जा रहे हैं. क्या किसी को सिफारिशी चिट्ठी देना अपराध है. वो भी 14 साल पहले?’
सर्वन और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी पुलिस स्टेशन में जग्गा रेड्डी से मिलने भी गए.
विपक्षी पार्टी कांग्रेस को आशंका है कि तेलंगाना राष्ट्र समिति की कार्यवाहक सरकार और इस पार्टी के प्रमुख के चंद्रशेखर राव (केसीआर) और कांग्रेस नेताओं को भी अवैध तरीके से फंसा कर गिरफ्तार करा सकते हैं. कांग्रेस ने तेलंगाना में निष्पक्ष और मुक्त चुनाव के लिए कार्यवाहक सरकार को हटाने की मांग की है.
इससे पहले जग्गा रेड्डी को 7 सितंबर को सांगारेड्डी में उस वक्त हिरासत में लिया गया था जब वो अपने समर्थकों के साथ कार्यवाहक मुख्यमंत्री केसीआर का विरोध कर रहे थे. केसीआर तब जिले में रैली को संबोधित करने के लिए आए थे.