हैदराबाद पुलिस ने बिहार से एक विकलांग को फर्जीवाड़े के मामले में गिरफ्तार किया है. आरोपी विकलांग पर सरकारी नौकरी दिलाने, पेपर लीक करने और परीक्षाओं में फर्जी स्कॉलर बैठाने के नाम पर सैकड़ों बेरोजगारों से ठगी का आरोप है. आरोपी को हैदराबाद पुलिस और एसआईटी ने गिरफ्तार किया है.
तस्वीर में दिखने वाला आरोपी भले ही अपने पैरों से लाचार नजर आता है, मगर इसके कारनामे किसी शातिर अपराधी से कम नहीं हैं. गिरफ्त में आए आरोपी विकलांग का नाम नवीन कुमार निश्चल है. आरोपी नवीन पर सैकड़ों बेरोजगारों को चूना लगाकर लाखों रूपये ठगने का आरोप है.
बिहार के मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र नालंदा के रहने वाले नवीन कुमार निश्चल को पटना के नाला रोड स्थित एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया है. हैदराबाद पुलिस ने एसआईटी की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया है.
दरअसल आरोपी नवीन एक ऐसा गिरोह चलाता था जो सरकारी नौकरी दिलाने, पेपर लीक करने और परीक्षाओं में फर्जी स्कॉलर बैठाने का गोरखधंधा करता था.
13 साल पहले 2003 में भी शातिर विकलांग को क्लर्क ग्रेड की परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वहीं 2011 में भी भोपाल पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. जेल से बाहर आने के बाद नवीन ने सुधरने के बजाय फर्जीवाड़े के धंधे पर और ज्यादा जोर दिया.
आरोपी ने अपने शातिर दिमाग से न केवल बिहार बल्कि बिहार से बाहर भी कई राज्यों में फर्जीवाड़े का काफी बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया था. इस गिरोह के तार बिहार के साथ-साथ दिल्ली, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में फैले हुए थे. हैदराबाद में भी आरोपी नवीन के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी के कई मामले दर्ज हैं.
इसी सिलसिले में बीते माह हैदराबाद पुलिस की एक टीम पटना आई थी. टीम ने एसएसपी मनु महाराज से मुलाकात कर उन्हें नवीन के खिलाफ दर्ज मामलों की जानकारी देते हुए उसे गिरफ्तार करने में मदद की मांग की थी. जिसके बाद एसएसपी ने एक एसआईटी का गठन किया और एसआईटी नवीन की हरकतों पर लगातार नजर रखने लगी.
आरोपी की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद हैदराबाद पुलिस और एसआईटी ने आरोपी नवीन के ठिकाने पर छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के खिलाफ पटना में कोई मामला दर्ज न होने के कारण हैदराबाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पुलिस उसे हैदराबाद के लिए रवाना हो गई.
पटना के एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि हाल ही में बिहार जेल पुलिस की परीक्षा में आरोपी ने सात युवकों से परीक्षा पास कराने के एवज में 3-3 लाख रूपये लिए थे. ऐन मौके पर परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों के लग जाने से इसके गुर्गे परीक्षा में नहीं बैठ पाए थे.