NEET Controversy Row: केरल के कोल्लम में 17 जुलाई को NEET देने आईं छात्राओं के इनर वियर उतरवाने के मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार लोगों में परीक्षा केंद्र बनाए गए मार्थोमा कॉलेज की दो महिला सफाईकर्मी और सेंटर की सुरक्षा में तैनात एजेंसी की तीन महिला कर्मचारी शामिल हैं.
छात्राओं के परिजनों ने कोट्टारका पुलिस में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद पांच लोगों को पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद और शिकायतकर्ता के बयानों के आधार पर हिरासत में लिया था. पूछताछ के बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया.
जानकारी के मुताबिक पुलिस को पता चला कि एजेंसी की कर्मचारी परीक्षा देने आईं लाइन में खड़ी छात्राओं से एक-एक कर पूछा रही थीं कि क्या उनके इनर वियर में हुक है. हां कहने पर वे छात्राओं को एक छोटे से कमरे में भेज रही थीं. वहीं दोनों सफाईकर्मी कमरे के बाहर खड़ी थीं.
दो और छात्रओं ने दर्ज कराई शिकायत
जानकारी के मुताबिक NEET विवाद में दो और छात्रों ने शिकायत दर्ज करवाई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस जल्द ही उनके बयान दर्ज करेगी. इस मामले में सोमवार को ही पहली शिकायत दर्ज की गई थी.
छात्रा के पिता ने ये लगाए आरोप
एक NEET स्टूडेंट के पिता ने आरोप लगाया, 'मेरी बेटी को बताया गया कि मेटल डिटेक्टर से इनर वियर के हुक का पता चला है, इसलिए उसे इसे उतारना होगा. लगभग 90% छात्राओं को अपने इनर वियर को उतारना पड़ा और इसे एक स्टोर रूम में रखना पड़ा. परीक्षा देने के दौरान परीक्षार्थियों को मानसिक रूप से परेशान किया गया.'
पिता ने कहा, 'मेरी बेटी को अपने इनरवियर को हटाने के लिए कहा गया था जब एनटीए ड्रेसकोड में इसका उल्लेख नहीं था, मना करने पर उन्होंने कहा कि वे उसे परीक्षा में शामिल नहीं होने दे सकते, 90% छात्राओं से भी यही पूछा गया था, उनमें से कई रो रही थीं.'
एनटीए ने आरोपों से किया इनकार
NTA (राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी ) छात्राओं के इनर वियर उतरवाने के आरोप को खारिज कर चुका है. एजेंसी का कहना है कि ऐसी कोई घटना उनकी जानकारी में नहीं आई है. NTA के अनुसार, 17 जुलाई को मार्थोमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, अयूर, कोल्लम में NEET (UG) के लिए उपस्थित होने वाले एक उम्मीदवार को अपने इनर वियर हटाने के लिए कहा गया था.
शिक्षा मंत्रालय ने गठित कराई कमेटी
मालूम हो कि NEET विवाद में NTA ने एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है. मीडिया रिपोर्टों के जरिए शिक्षा मंत्रालय को इस मामले की जानकारी हुई थी. इसके बाद मंत्रालय ने एनटीए को परीक्षा केंद्र में मौजूद लोगों से घटना के बारे में सभी तथ्य जुटाने के लिए कहा था. इसे बाद बाद एनटीए ने जांच कमेटी बनाई. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
(इनपुट: Shibimol)