पंजाब के फरीदकोट में एक सत्र न्यायाधीश के आवास की दीवारों पर खालिस्तान समर्थक के नारे लिख दिए गए. जिले की एसएसपी अवनीत कौर सिद्धू ने शनिवार को बताया कि सिख फॉर जस्टिस के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इस हरकत की जिम्मेदारी ली है.
उन्होंने बताया कि पन्नू ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें घर की दीवारों पर नारे लिखे दिखाई दे रहे हैं. बहरहाल पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है. वहीं मामला सामने आने के बाद दीवारों पर लिखे नारों को काले रंगे से छुपा दिया गया है. इससे पहले फरीदकोट की बाजीगार बस्ती के पार्क में भी खालिस्तानी समर्थक नारे लिखे मिले थे.
भारत ने घोषित कर रखा है आतंकवादी
केंद्र सरकार ने गुरपतवंत सिंह पन्नू को संशोधित UAPA कानून के तहत 1 जुलाई 2020 को आतंकवादी घोषित कर दिया था. जुलाई 2020 में ही पंजाब पुलिस ने अमृतसर, कपूरथला, गुरुग्राम में उसके खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया था.
आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 29 अप्रैल को खालिस्तान दिवस मनाने का ऐलान किया था. उसने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा था,'हरियाणा, पंजाब का हिस्सा होगा और पंजाब को भारत से मुक्त कराया जाएगा. वीडियो में उसने कहा था कि गुरुग्राम से अंबाला तक हर एसपी और डीसी कार्यालय में 29 अप्रैल को खालिस्तानी झंडा फहराया जाएगा और हरियाणा खालिस्तान बनेगा.
जब्त की जा चुकी है अचल संपत्ति
2020 में आतंकवादी घोषित होने के बाद पन्नू के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई थी. इस संबंध में एनआईए ने यूएपीए ऐक्ट 1967 की धारा 51 ए के तहत अमृतसर स्थित उसकी अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया था. गुरपतवंत सिंह पन्नू अमृतसर के खानकोट गांव में पैदा हुआ था. वह खालिस्तानी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस का सरगना है.