उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में साहूकारों और बैंक कर्ज के बोझ तले दबे एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस प्रशासन पूरे मामले की जांच कर रहा है.
आत्महत्या की यह वारदात बांदा के बिसंडा क्षेत्र की है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि बिसंडी गांव में 45 वर्षीय किसान बिहारीलाल अपने परिवार के साथ रहते थे. बीती रात उन्होंने अपने घर में फांसी लगा ली. परिजन फौरन उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस के मुताबिक किसान के शव को पोस्टमॉर्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है. अब पुलिस प्रशासन इस मामले की जांच की जा रही है.
बिहारीलाल के परिजनों ने बताया कि उसके नाम केवल छह बीघा कृषि भूमि थी. पिछले साल बेटी की शादी के लिए उसने बैंक से करीब एक लाख रुपये का लोन लिया था. यही नहीं उसने गांव में साहूकारों से भी करीब डेढ़ लाख रुपये कर्ज लिया था. बैंक और साहूकार वसूली के लिये दबाव बना रहे थे, जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली.
बांदा के जिलाधिकारी डॉ. सरोज कुमार ने बताया कि किसान के आत्महत्या किए जाने की बाबत उपजिलाधिकारी से आख्या मंगाई गई है. उसके अध्ययन के बाद पीड़ित परिवार को सरकारी मदद दी जाएगी.