पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड आतंकी मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिबंधित कराने की कोशिश के बीच चीन रोड़ा अटका रहा है. इसलिए अब भारत अपनी मांग को लेकर फिर से संयुक्त राष्ट्र पहुंच गया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि हम 1267 प्रतिबंध समिति का रूख करेंगे ताकि प्रतिबंध की सूची में मसूद अजहर का नाम शामिल किया जाए. यह बहुत बड़ी विसंगति है कि जैश-ए-मोहम्मद इस सूची में है लेकिन इसका नेता नहीं है.
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि भारत पहले ही संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति को उन 11 आतंकवादियों की ताजा सूची सौंप चुका है, जिसमें अलकायदा, तालिबान और दूसरे संगठनों से संबंधित पाकिस्तान आधारित समूहों के आतंकी शामिल हैं.
भारत में आतंकवाद से जुड़े 11 व्यक्तियों और एक संगठन की सूची बीते 18 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति को सौंपी गई है. जिसमें आईएसआईल और अलकायदा जैसे संगठन भी शामिल हैं.
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र ने 2001 में जैश ए मोहम्मद को प्रतिबंधित किया था, लेकिन मसूद अजहर को प्रतिबंधित कराने में भारत को सफलता नहीं मिल पाई थी. क्योंकि सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों में से एक चीन ने इस प्रतिबंध की स्वीकृति नहीं दी थी.