पाकिस्तान में लापता हुए दो भारतीय मौलवी सोमवार को भारत लौट आए हैं. इनमें हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह के मुख्य खादिम आसिफ अली निजामी और उनके भतीजे नजीम अली निजामी हैं. दोनों अपने परिजनों के साथ विदेशी मंत्री सुषमा स्वराज से भी मिलने पहुंचे. सुषमा ने दोनों की पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से रिहाई की जानकारी दी थी.
Delhi: EAM Sushma Swaraj met the two Sufi clerics, Syed Asif Nizami and Nazim Ali Nizami who had gone missing in Pakistan. pic.twitter.com/LO6GD8ByEc
— ANI (@ANI_news) March 20, 2017
जानकारी के मुताबिक, मुख्य खादिम आसिफ अली निजामी और उनके भतीजे नजीम अली निजामी लाहौर की दाता दरबार दरगाह पर गए थे. उन्हें वहां से लौटने के लिए कराची की फ्लाइट में बैठना था. आसिफ निजामी को लाहौर एयरपोर्ट पर अधूरे दस्तावेज होने का कारण बताकर रोका गया था. इसके बाद खादिम लाहौर, तो निजामी कराची एयरपोर्ट से लापता हो गए.
There is a newspaper Ummat (in Pakistan) which has printed false statements (of the two clerics being RAW spies) and photos: Nazim Nizami pic.twitter.com/bFM87q5YOp
— ANI (@ANI_news) March 20, 2017
भारत सरकार ने इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय राजूदत के जरिए पाकिस्तान सरकार के सामने यह मामला उठाया. भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनके रिहाई के लिए नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज से बात की थी. इसके बाद उनको रिहा कर दिया गया. बताया जा रहा है कि दोनों मौलवी अपने रिश्तेदारों से मिलने कराची गए थे.