अमेरिका में एक भारतीय महिला को उसके पति और ससुराल वालों के चंगुल से छुड़ाया गया है. भारत से यहां के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि महिला की पिटाई की जाती है और उसकी मर्जी के बगैर उसके ससुरालवालों ने उसे बंधक बनाकर रखा है. आरोपी को घरेलू हिंसा करने और बाल उत्पीड़न की जानकारी न देने के आरोप का सामना करना पड़ सकता है.
हिल्सबॉरो काउंटी शेरिफ के कार्यालय ने बताया कि सिल्की गैंड (33) ने शनिवार को भारत में अपने माता-पिता को फोन कर बताया कि उसके साथ मारपीट की जाती है. इसके बाद पीड़िता के अभिभावकों ने अमेरिकी अधिकारियों को फोन किया. जब वहां एक अधिकारी पहुंचे तो किसी ने भी दरवाजा नहीं खोला. इसके बाद सिल्की ने दरवाजा खोलने का प्रयास किया.
उसने खुद को और अपनी एक वर्षीय बेटी को बचाने के लिए चिल्लाई. अधिकारी वहां जबरन घुसे और पाया कि सिल्की के शरीर पर गहरे जख्म हैं. महिला के पति और उसके माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया गया. इन लोगों को बिना बांड के गिरफ्तार किया गया है. शेरिफ के कार्यालय ने कहा कि इन तीनों को वापस भारत भेजा जा सकता है.
जांचकर्ताओं का कहना है कि सिल्की के पति देवबीर कलसी के माता-पिता भारत से अमेरिका आते थे. महिला को पीटा करते थे. शुक्ररुवार को दंपति की लड़ाई हुई, जिसके बाद देवबीर ने सिल्की को बार-बार और बलपूर्वक पीटा. उसने खुद को बचाने की कोशिश की तो देवबीर के पिता जसबीर और भूपिंदर ने भी उसे पीटना शुरू कर दिया.
रिपोर्ट में कहा गया कि हमले के दौरान सिल्की ने अपनी बच्ची को पकड़ा हुआ था. इसके चलते दुर्घटनावश बच्ची के चेहरे पर चोट लग गई. सिल्की के सास-ससुर ने उसे पीटकर उसके चेहरे, गर्दन और बाकी शरीर को चोटिल कर दिया. इसके बाद जसबीर ने उसे रसोई का चाकू घोंप देने की धमकी दी. इस लड़ाई के बाद महिला को कमरे में बंद कर दिया गया.
देवबीर और जसबीर को गलत तरीके से बंदी बनाने, बच्चे का उत्पीड़न और 911 तक पहुंच बनाने देने से रोकने के आरोपों का सामना करना पड़ सकता है. देवबीर को गंभीर चोट पहुंचाने के आरोप का भी सामना करना पड़ सकता है. जसबीर पर आरोप है कि उसने पीड़िता को एक घातक हथियार से चोट पहुंचाई. भूपिंदर पर आरोप तय किए जा सकते हैं.