डीआरआई ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर दो बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है. जिसमें मुठभेड़ के दौरान डीआरआई की टीम ने सेना के साथ मिलकर पिछले एक सप्ताह के भीतर बड़ी मात्रा में हथियार, गोला बारूद और हेरोइन बरामद की है. इस दौरान एक आतंकी भी मारा गया. अभी तक उसकी शिनाख्त नहीं हुई है.
डीआरआई के डायरेक्टर डीपी दास ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी टीम को पिछले कई दिनों से जानकारी मिल रही थी कि पाकिस्तान से बड़ी मात्रा में हेरोइन और हथियारों की खेप सीमा पार से भारत आने वाली है. डीआरआई ने यह सूचना सेना के साथ साझा की.
इसके बाद बीती 6 नवंबर को जम्मू के अखनूर इलाके से डीआरआई की टीम ने 21 किलो से ज्यादा हेरोइन बरामद की. इतना ही नहीं, साथ में 2 पिस्टल और 4 मैगज़ीन भी बरामद की हैं. हेरोईन को जिस पैकेट में पैक थी, उन पर पाकिस्तान के लाहौर का पता लिखा हुआ है.
जब्त की गई हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 105 करोड़ रुपये बताई जा रही है. डीआरआई के मुताबिक इन रुपयों का उपयोग नार्कोटेररिज़्म के तहत होना था. डीजी डीआरआई ने बताया कि इस बार अफगानिस्तान में ओपियम की पैदावार बहुत अच्छी हुई है. वहां से ओपियम को पाकिस्तान लाया जाता है, और फिर वहां उससे हेरोइन बनाई जाती है. फिर उसे भारत भेजा जाता है.
गुप्त सूचना के आधार पर ही बीती 12 और 13 नवंबर की आधी रात अखनूर इलाके के गिगरियाल गांव के पास डीआरआई और सेना से मिलकर एक ऑपरेशन को अंजाम दिया. दरअसल, उस रात भारतीय सेना को नो मेन्स जोन में कुछ लोग आते हुए दिखाई दिए, जब उन्हें काबू करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी.
जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना के जवानों ने भी गोलीबारी की, जिसमें एक आतंकी मारा गया, लेकिन उसके साथी लंबी घास और अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले. इस ज्वाइंट ऑपेरशन के दौरान बड़े पैमाने पर गोला बारूद और हथियार बरामद हुए हैं.
जिनमें एक AK-56 राइफल, 15 हेंड ग्रेनेड, 5 पिस्टल, 12 डेटोनेटर्स और 294 कारतूस शामिल हैं. डीआरआई के डायरेक्टर डीपी दास का कहना है कि उनकी टीम लगातार बार्डर पर नजर रखती है ताकी इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके. डीपी दास के मुताबिक मारे गए आतंकी का डीएनए भी कराया जाएगा.