हिन्दू धर्म में शैतान से संत बनने की परंपरा बहुत पुरानी है. खूंखार डाकू रत्नाकर से महान संत बने महर्षि वाल्मीकि की कहानी इसका बहुत बड़ा उदाहरण है. इसी तर्ज पर आधुनिक भारत में भी कुछ लोग भगवा चोला पहन संत बनने की कोशिश करते हैं. उनके तन का रंग तो भले ही बदल जाता है, लेकिन मन में अपराध ही रमता है. इसके सबसे बड़े उदाहरण गुजरात के आसाराम बापू और हरियाणा के रामपाल हैं.
हाल ही में बीयर बार कारोबारी सच्चिदानंद गिरी के महामंडलेश्वर बनने के बाद एक बार फिर से भगवा रंग पर बदनुमा दाग की चर्चा तेज हो गई है. उधर, खुद को देवी का अवतार मानने वाली राधे मां पर एक लड़की ने मानसिक-शारीरिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है. उनपर मुंबई में केस भी दर्ज कर लिया गया है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने दोनों पर नासिक कुंभ के पहले शाही स्नान में भाग लेने पर बैन लगा दिया है.
परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि प्रतिबंध साधु-संतों के बीच घुस आए आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को हटाने की मंशा से लगाया गया है. अपने ऊपर लगे आरोपों से बरी हो जाने के बाद ही दोनों साधुओं को धार्मिक आयोजनों में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी. नोएडा के पब मालिक से साधु बने सच्चिदानंद को शाही स्नान और राधे मां को शाही स्नान सहित सभी धार्मिक आयोजनो में शरीक होने पर प्रतिबंधित किया गया है.
कौन हैं सच्चिदानंद गिरी
इलाहाबाद में महामंडलेश्वर बने सच्चिदानंद गिरी का असली नाम सचिन दत्ता है. उन पर आरोप है कि उनके खिलाफ पंजाब और हरियाणा में कई आपराधिक केस दर्ज हैं. इनमें धोखाधड़ी और जमीन हड़पने के मामले शामिल हैं. वे बार और डिस्कोथेक के भी मालिक हैं. उनका बालाजी कंस्ट्रक्शन नाम से एक रीयल इस्टेट का बिजनस भी है. उनके पिता राजेंद्र दत्ता एसडीओ पद से रिटायर होकर उनका बिजनेस देखते हैं.
कौन हैं राधे मां
पंजाब के एक साधारण परिवार में जन्मी राधे मां का असली नाम सुखविंदर हैं. घर वाले उन्हें प्यार से बब्बो कहते थे. बब्बो को शुरु से ही पूजा पाठ में दिलचस्पी थी. पढने मे भी बब्बो बहुत तेज थी. लेकिन परिवार वालों की मानें तो बब्बो में दैवीय शक्तियां शुरु से ही थीं. उनकी शादी सरदार मोहन सिंह से हो गई. इसके बाद वह दोरंगला से मुकेरिया आ गई. मुकेरिया आऩे के बाद ही बब्बो की जिंदगी ने मोड़ लिया.
राधे मां शिव आराधना मे लगी रहती थी. यहीं उनकी मुलाकात श्रीश्री 1008 महंत रामदीन दास से हुई और बब्बो ने उन्हें गुरु मान लिया. इसके बाद वो मुकेरिया से कब मुंबई पहुंच गईं और पिछले दस सालों में कब उनके हजारों भक्त हो गए पता नहीं चला. तमाम सवालों के बाद भी राधे मां का दरबार सजने का सिलसिला नहीं थमा. उनकी भक्ति में गाने गाए जाते हैं. वह झूमझूम कर नाचने लगती हैं.
आसाराम: लगा रेप का आरोप
खुद को भगवान समझने वाले कथित संत आसाराम राम इन दिनों जेल में बंद हैं. उन पर एक लड़की का रेप का आरोप लगा है. उनके बेटे नारायण साईं पर भी रेप का आरोप लगा है. उनको भी जेल हुई थी, लेकिन वह अभी जमानत पर हैं. सूरत की रहने वाली दो बहनों ने बाप और बेटे के कारनामों का किस्सा पूरी दुनिया को सुनाया था. छोटी बहन का आरोप था कि सूरत के जहांगीरपुरा इलाके में बने आश्रम में नारायण साईं ने उसका रेप किया था.
पीड़िता ने बताया था कि आश्रम में रहने वाली सभी लड़कियों के साथ ऐसा किया जाता था. आसाराम की पत्नी और बेटी पर लड़कियां पहुंचाने का काम करती थीं. आसाराम पर गवाहों को मारने और धमकाने का भी आरोप लगा है. अभी हाल ही में यूपी के शाहजहांपुर में एक गवाह की हत्या के बाद शक की सुईं आसाराम पर ही गई थी. उसके बाद उनका एक कथित टेप भी सामने आया था, जिसमें वे गवाह को धमकाते सुनाई देते हैं.
रामपाल: हाईटेक बाबा, अकूत प्रॉपर्टी
हरियाणा के रहने वाले संत रामपाल को उनके भक्त भगवान मानते हैं. 2010 में कंपनी में जुनियर इंजीनियर पद पर काम कर रहे एक इंसान को इसलिए नौकरी से निकाल दिया गया क्योंकि वह लापरवाही से काम करता था. आज उसी इंसान के पास 100 करोड़ का डेरा है. दुनिया आज उसे संत रामपाल के नाम से जानती है. बाबा के पास हर तरह की लग्जरी गाड़िया हैं.
संत रामपाल हरियाणा के बरवाला में स्थित 12 एकड़ के एक आश्रम है. यूपी, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश पंजाब और दिल्ली में इनके लाखों फॉलोवर्स हैं. राजस्थान, मध्यप्रदेश और दिल्ली में इनकी अकूत प्रॉपर्टी भी है. 2006 में उनके हिसार आश्रम में जमीन को लेकर विवाद हुआ था. इस विवाद में एक शख्स की हत्या हो गई थी. इसके बाद कोर्ट ने इनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया था.