पाकिस्तान की कुख्यात जासूसी एजेंसी आईएसआई ने दुर्दांत हक्कानी नेटवर्क को साल 2009 में एक सीआईए शिविर पर आत्मघाती हमला के लिए दो लाख डॉलर दिया था. इस हमले में सात अमेरिकी एजेंट और कांट्रेक्टर तथा तीन अन्य मारे गए थे. सार्वजनिक किए गए विदेश विभाग के एक केबल में यह कहा गया है.
11 जनवरी और 6 फरवरी 2010 से विदेश विभाग के केबल की एक श्रृंखला में यह विस्फोटक जानकारी है. इसे सूचना स्वतंत्रता अधिनियम के तहत जार्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सुरक्षा अभिलेखागार द्वारा हासिल किया गया है. इन दस्तावेजों के एक अहम हिस्से को संपादित कर दिया गया है.
6 फरवरी 2010 की तारीख वाले केबल में कहा गया है कि हक्कानी, सलार और एक बगैर पहचान के आईएसआई डी अधिकारी के बीच चर्चा के दौरान हक्कानी और सलार को चंपन पर हमले के लिए दो लाख डॉलर मुहैया किए गए. हक्कानी ने यह धन सलार को मुहैया किया, जिसने योजना का ब्योरा मौलवी को दी थी.