कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईस का सरगना अबु बक्र अल बगदादी पूरी दुनिया पर हुकूमत करना चाहता है. इस आतंकी सगंठन का जाल पूरे अरब अमीरात, यूरोप, अमेरिका, पूर्वी एशियाई देशों से लेकर भारत तक फैल चुका है. उसकी नापाक नजर अब भारत के नौजवानों पर है.
लड़ाई के लिए तैयार है भारत
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने गुरुवार को एकमत से आईएसआईएस और अल कायदा को फंडिंग करने वाले सभी स्रोतों को बंद करने का प्रस्ताव पारित किया है. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने साफ कर दिया है कि अगर संयुक्त राष्ट्र के झंडे तले आईएसआईएस से लड़ना पड़ा तो भारतीय सेना आईएसआईएस से लड़ने के लिए भेजी जाएगी.
महिलाओं का सहारा
दुनिया जितनी तेजी से आईएसआईएस के खिलाफ लामबंद हो रही है, उतनी ही तेजी से आईएसआईएस के ऐजेंट दुनिया भर में अपना नेटवर्क बढ़ा रहे हैं. इस काम के लिए बगदादी के गुर्गे महिलाओं और लड़कियों को भी सोफ्ट टॉरगेट बना रहे हैं. ताज़ा मामला पुणे का है. जहां आईएस के एजेंटों ने एक 16 साल की लड़की को इंटरनेट और सोशल मीडिया के जरिए अपना निशाना बनाकर उसका ब्रेन वॉश कर दिया. साइंस की होनहार छात्रा सीरिया जाने की तैयारी में लगी थी. उसके परिवार की इसकी खबर तक नहीं लगी. लेकिन पुलिस को उसकी योजना का पता चल गया. और बगदादी की चाल सबके सामने आ गई.
पुलिस कर रही है फ्रेंडलिस्ट की जांच
पुलिस को पुणे में एक बड़ी कामयाब मिल गई. अगर पुलिस को लड़की की भनक नहीं लगती तो मामला संगीन हो सकता था. पुलिस अब लड़की से पूछताछ कर रही है कि भारत में किन-किन लोगों से उसका संपर्क था. लड़की की फ्रेंडलिस्ट और कॉन्टेक्ट लिस्ट के साथ-साथ उसके तमाम तरह के संदेश और चैट खंगाले जा रहे हैं. उसके ग्रुप में 16 से 35 साल के लड़के, लड़की शामिल हैं. अब तक महाराष्ट्र पुलिस को 8 से 10 भारतीयों के बारे में जानकारी मिली है.
आईएसआईएस का हथियार बन गया है इंटरनेट
बगदादी फाइबर ऑप्टिक केबल और तरंगों के जरिए भारत के तमाम घरों में दाखिल हो रहा है. और होनहार बच्चों के दिमाग को अपना ठिकाना बना रहा है. पुणे की छात्रा को इसी तरह से इंटरनेट के जरिए तमाम ग्रुप्स के साथ जोड़ा गया था. बगदादी के प्रोपेगैंडा वीडियो इंटरनेट पर हैं. उसकी महिला ब्रिगेड के तमाम किस्से और इस्लाम के नाम पर कट्टरवाद फैलाने वाले तमाम उपदेश इंटरनेट पर मौजूद हैं. हर एप्लिकेशन हर सोशल साइट पर उसके एजेंट फैले हैं. जैसे ही कोई आईएसआईएस के लिंक पर क्लिक या टैप करता है. बगदादी के एजेंट सक्रिय हो जाते हैं.
भारत को दहलाने की थी साजिश
पुणे की नाबालिग लड़की के सहारे आईएसआईएस के आतंकवादी हिन्दुस्तान में किसी बड़े हादसे को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे. लड़की को हथियार बनाया जा रहा था. उसे इंटरनेट के जरिए ट्रेनिंग दी जा रही थी. मजहब की आड़ लेकर लड़की को आतंक की राह पर ले जाने में एक शख्स का अहम रोल था. और वह शख्स था आईएसआईएस एजेंट सिराजुद्दीन. जिसे पुलिस ने 10 दिसंबर को जयपुर से गिरफ्तार किया था. पुलिस को पता चला है कि पुणे की लड़की सिराजुद्दीन के संपर्क में भी थी.
कई देशों से जुड़े हैं तार
सीरिया से भारत के पुणे तक आने में आईएसआईएस को कई देशों से होकर गुजरना पड़ा. आतंकी एजेंट सिराजुद्दीन सीरिया से यूरोप, कनाडा, श्रीलंका, सिंगापुर, केन्या और सबसे अहम भारत के शहर जयपुर होते हुए पुणे की नाबालिग लड़की तक पहुंचा. पुणे की लड़की 4-5 महीने से उसके संपर्क में थी. इस संबंध में अब शायद सिराजुद्दीन से भी सवाल-जवाब किए जाएंगे. वह 21 दिसंबर तक जयपुर में पुलिस रिमांड पर है. महाराष्ट्र एटीएस सिराजुद्दीन से पूछताछ के लिए जयपुर पहुंची है. वह इंडियन आयल कॉरपोरेशन में सीनियर मार्केटिंग मैनेजर के पद पर काम करता था.
आईएस के बहकावे में आए भारतीय युवक भी
गृहमंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक कुल 23 भारतीय युवक आईएसआईएस आतंकी संगठन से जुड़े हैं. जिनमें से अब तक 6 की मौत हो चुकी है. जिनकी मौत हुई उनमें तेलंगाना के आदिलाबाद का आतिफ वसीम मोहम्मद, शिवाजीनगर बंगलौर का मोहम्मद उमर सुबहान, भटकल कर्नाटक का मौलाना अब्दुल कादिर सुल्तान, कल्याण, ठाणे, महाराष्ट्र का शमीम फारूक टंकी, कोक टाऊन बैंगलोर का फैज मसूद और आजमगढ़ उत्तर प्रदेश का मोहम्मद साजिद शामिल हैं.