आतंकवादी संगठन आईएसआईएस अब इराकी सेना को चकमा देने के लिए भ्रमजाल पैदा कर रहा है. आईएस अब टैंक के सहारे इराकी सेना से लोहा लेने की कोशिश में है. इसके लिए संगठन के आतंकवादी बकायदा तेजी से टैंक तैयार कर रहे हैं, मगर यह टैंक न तो लोहे से बने हैं और न ही इनमें गोला-बारुद रखा गया है. दरअसल यह लकड़ी से बने टैंक हैं.
अमेरिकी सेना की अगुवाई में इराकी सैनिकों ने मोसुल में आईएस पर कड़ा प्रहार किया है. हार के डर से घबराए आईएस आतंकियों ने अब सेना से लोहा लेने के लिए उन्हें भ्रमित करने की रणनीति अपनाई है. दरअसल आईएस अब लकड़ी के टैंक बना रहा है. इन टैंकों का साइज हूबहू असली टैंकों की तरह ही है. आईएस इन टैंकों की मदद से हवाई हमले कर रही सेना को चकमा देने की कोशिश कर रहा है.
सेना के कमांडरों का कहना है कि हवाई हमले के दौरान आसमान से देखने पर यह टैंक भ्रम पैदा करते हैं. मगर करीब से देखने पर इनकी असलियत सामने आ जाती है. बता दें कि इराकी सेना ने जब मोसुल के सदा गांव पर कब्जा जमाया तो उन्होंने उस बिल्डिंग को ढूंढ निकाला, जहां पर यह फर्जी टैंक तैयार किए जा रहे थे.
सेना को मौके से फर्जी टैंकों के अलावा लकड़ी के कई हम्वी (मिलिट्री वाहन) भी मिले. इतना ही नहीं, सेना ने वहां से कई पुतले भी बरामद किए जिन्हें लड़ाकों की शक्ल में बिल्कुल इंसानी रुप दिया गया था. यह पुतले नकली हथियार उठाए हुए सेना को झासा देने के लिए वहां खड़े किए गए थे.
इराकी सेना के मेजर जनरल शबाह अल-अजावी ने कहा कि कार्रवाई के दौरान जब उन्होंने एक जगह से लकड़ी से बने टैंक देखे तो वह हैरान रह गए. उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद की जा रही है कि मोसुल शहर में आतंकियों ने ऐसी कई चीजें तैयार की होंगी जिनसे सेना को भ्रमित किया जा सके.