दुनिया का सबसे खूंखार माने जाने वाला आतंकी संगठन ISIS भारत में अपने पैर पसारने की पुरजोर कोशिशों में जुटा हुआ है. कश्मीर से लेकर दक्षिण भारत के कई राज्यों तक IS अपनी जड़ें जमाने के लिए हर संभव कोशिशें कर चुका है. नतीजा यह रहा कि समय-समय पर सुरक्षा एजेंसियों ने IS से प्रेरित युवाओं को भटकाव की स्थिति से रोका है. वहीं दर्जनों भारतीय युवा IS की सल्तनत बरकरार रखने के लिए इराक और सीरिया में लगातार विदेशी फौजों से जंग लड़ रहे हैं.
IS के टेरर ब्लू-प्रिंट से जुड़े जो दस्तावेज 'इंडिया टुडे ग्रुप' के हाथ लगे हैं, उनसे साफ होता है कि IS कश्मीर घाटी में युवाओं को अपने साथ जोड़ते हुए अपने कुत्सित गेमप्लान को अमली जामा पहनाने की कोशिश में जुटा है. IS ने घाटी में सेना के खिलाफ खतरनाक गुरिल्ला युद्ध भड़काने की कोशिश की है. गौरतलब है कि इससे पहले भी IS दक्षिण भारत के युवाओं को अपने खेमे में शामिल करने की भरपूर कोशिश कर चुका है.
तेलंगाना, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश (हाल ही में सामने आए खुरासान मॉड्यूल) में दर्जनों युवाओं के IS से प्रेरित होकर शामिल होने की खबरें पहले भी आ चुकी हैं. सुरक्षा एजेंसियां लगातार निगरानी करते हुए दर्जनों भ्रमित युवाओं की काउंसिलिंग कर उन्हें सही राह पर ला चुका है. दरअसल ऐसे युवाओं को लगातार ट्रैक किया जा रहा है.
वहीं कुछ युवा ऐसे भी रहे जो अपने परिवार और पुलिस को धोखा देकर IS में शामिल होने के लिए देश छोड़ चुके हैं. समय-समय पर उनके मारे जाने की सूचनाएं भी मिली हैं. बताते चलें कि IS ने भारतीय युवाओं को अपने पाले में शामिल करने के लिए कई हथकंडे अपनाए. उनके लिए युवाओं का ब्रेन वॉश करने का सबसे बेहतर तरीका सोशल मीडिया बना.
सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने युवाओं के दिमाग में जंग से जुड़े वीडियो, जुल्म-अत्याचार के तमाम वीडियो पहुंचाए. जेहाद, इस्लामिक कैलिफेट के एक छत्र राज से जुड़ी बातें, सेक्स स्लेव आदि प्रलोभनों की बात की गई. सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के चलते IS की कई साजिश देश में नाकाम की जा चुकी हैं. मगर एक बार फिर घाटी में IS की मौजूदगी ने एहसास दिला दिया है कि IS आतंकी इस्लामिक कैलिफेट के लिए कहीं भी और किसी भी हद तक जा सकते हैं.