पिछले 24 घंटे से दिल्ली में हो रही हिंसा के बाद मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह ने बुलाई. इसमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, उप-राज्यपाल अनिल बैजल, गृह सचिव अजय भल्ला के अलावा आला अफसर, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा, बीजेपी विधायक रामबीर बिधूड़ी मौजूद थे.
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए.
अफवाह फैलाने वालों पर नजर
-इसके तहत पुलिस हिंसा फैलाने वाले लोगों पर रखे कड़ी नजर रखेगी.
-अफवाह फैलाने वाले लोगो और सोशल साइट पर गृह मंत्रालय की कड़ी नज़र.
-पुलिस और स्थानीय विधायक के बीच हो बेहतर कोऑर्डिनेशन बनेगा.
-हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और ड्रोन के जरिए कड़ी निगरानी के निर्देश.
-पुलिस बल के सहयोग के लिए और अर्धसैनिक बल बढ़ाए जाएंगे.
-अफवाह फैलाने वाले की धरपकड़ करने के आदेश.
बहरहाल, मीटिंग के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा की हिंसा बढ़ेगी तो उसका किसी को फायदा नहीं होगा. गृहमंत्री ने बैठक बुलाई थी. मीटिंग सकारात्मक रही. राजनीति से ऊपर उठकर सब ने तय किया कि यह दिल्ली का मामला है, और सभी राजनीतिक दल मिलकर शांति बहाल करने के लिए प्रयास करेंगे. गृहमंत्री ने आश्वासन दिया है कि पुलिस की कोई कमी नहीं होने देंगे.
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सेना बुलाने के सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो वह देखेंगे. उन्होंने कहा कि कई पुलिसकर्मी घायल हैं. पुलिस वाले अपनी तरफ से कोशिश कर रहे हैं. ऐसा लग रहा था कि पुलिस की कुछ कमी नजर आ रही थी. लेकिन गृहमंत्री ने आश्वासन दिया है कि पुलिसबल की कमी महसूस नहीं होने देंगे. जो भी जरूरत पड़ेगी वह मुहैया कराया जाएगा. दिल्ली की सभी राजनीतिक पार्टियां राजनीति से ऊपर उठकर शांति बहाल करने के लिए आगे आएं.
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वहीं बीजेपी सांसद और दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई थी. हम सबने यह निर्णय लिया कि शांति बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे, और सब लोग मिलकर दिल्ली में शांति व्यवस्था बनाने के लिए कदम उठाएंगे.