पाकिस्तान की सीमा में सटे राजस्थान के जैसलमेर जिले में मिलट्री इंटेलीजेंस और बॉर्डर इंटेलीजेंस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पांच संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर लिया. एजेंसियों को शक है कि ये लोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करते हैं.
राजस्थान में आईएसआई के लिए जासूसी करने के शक में पहले भी कई लोग गिरफ्तार किए जा जुके हैं. उसी कड़ी में बुधवार को पाकिस्तानी सीमा के पास किशनगढ़ क्षेत्र के कुरियाबेरी गांव से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. इसके अलावा दो संदिग्ध चांधण फायरिंग रेंज से सटे कुंजाड़ली गांव से पकड़े गए हैं.
इन पांचों संदिग्धों को गहन पूछताछ के लिए जोधपुर ले जाया गया है. इससे पहले कुरियाबेरी से पकड़े गए संदिग्ध हाजी खान से पूछताछ के दौरान इनमें से तीन लोगों के नाम सामने आए थे. उसी सूचना के आधार पर इन्हें हिरासत में लिया गया है.
दरअसल, पाकिस्तानी सीमा से सटा जैसलमेर जिला पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के जासूसों का एक बहुत बड़ा हब बनता जा रहा है. जैसलमेर में पूरे साल सैन्य गतिविधियों और सैन्य अभ्यास चलता है. सामरिक दृष्टि से भी यह जिला काफी महत्वपूर्ण है. इसलिए आईएसआई की नजर इस जिले पर लगी हुई है.
बॉर्डर पर तारबंदी के बाद कई पुराने तस्करों को आईएसआई ने जासूसी के लिए तैयार कर दिया है. कई युवाओं को रिश्तेदारी की आड़ में जासूसी के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके मुद्देनजर जैसलमेर पुलिस के एसपी गौरव यादव ने पिछले एक माह से जासूसी और संदिग्ध गतिविधियों को बेनकाब करने के लिए ऑपरेशन क्लीन स्वीप चला रखा है.
गौरतलब है कि गत दिनों बाड़मेर से भी आईएसआई के हिन्दू जासूस संतराम माहेश्वरी और विनोद माहेश्वरी को ऑफियशील सीक्रेट एक्ट के तहत आईएसआई के लिये जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इनके साथ ही दीना खान को इन पाक एजेंट्स को पैसा पहुंचाने के आरोप में पकड़ा गया था.